शुक्रवार सुबह हल्की धुंध रही, उसके बाद धूप से लोगों को राहत मिली
- एक दिन पहले ग्वालियर में दतिया के बाद रही थी प्रदेश की सबसे ठंडी रात
- गुरुवार का अधिकतम तापमान 21.1 डिग्री रहा था
अंचल सहित शहर में हाड़ कपा देने वाली ठंड का दौर शुरू हो चुका है। रातभर चली ठंडी हवा ने शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस पर ला दिया है। जो अभी तक का सबसे कम तापमान है। बीती रात को सबसे ठंडी रात माना गया है। पिछले सात दिन में 12.1 डिग्री तक रात का पारा नीचे आया है। जिस कारण शहर के लोगों को कड़ाके की ठंड का अहसास हुआ है।
उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। पहाड़ों पर बर्फ गिरने से ठंडी हवा चल रही है और उसने पूरे उत्तर भारत को हाड़ कपा देने वाली ठंड का अहसास कराना शुरू कर दिया है। 4 से 6 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही ठंडी हवा ने अंचल सहित ग्वालियर जिले का मौसम भी बदल दिया है। 7 दिन पहले तक जो धूप चुभ रही थी अब उससे ही राहत मिल रही है। मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय की माने तो अब कड़ाके की ठंड शुरू हो चुकी है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। उसी के कारण पूरे उत्तर भारत में ठंडी हवा चल रही है। लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। 3 से 4 दिन में एक दम मौसम बदल गया है। अब 20 दिसंबर के बाद कोहरा भी आएगा।
7 दिन में 12.1 डिग्री लुढ़का पारा
आज से सात दिन पहले 12 दिसंबर को रात का तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस रहा था। इसके बाद हर दिन के साथ तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट आती गई। यही कारण है कि महज सात दिन में 12.1 डिग्री तक पारा नीचे आ गया है। मौसम विभाग की माने तो अब पूरे दिसंबर यही हाल रहने वाला है।
गर्म कपड़े पहनकर ही निकलें सैर पर
इस तरह का तापमान सुबह सैर करने वालों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। विशेषकर ऐसे लोग जो दिल के मरीज या हाई बीपी वाले हैं। इनको सावधान रहना चाहिए। साथ ही सुबह सैर पर जाने से पहले कुछ समय बिस्तर से निकलकर वार्मअप करना चाहिए। जिससे बॉडी तापमान सामान्य हो सके। शरीर का कोई भी अंग खुला न छोड़ें।
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