Vaastu Shastra : घर के द्वार पर हरियाली और शुभता
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के सामने लगाए जाने वाले शुभ वृक्ष

नई दिल्ली । वास्तु शास्त्र में प्रकृति के तत्वों का संतुलन बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। घर के सामने उचित वृक्षों का चयन न केवल पर्यावरण को लाभ पहुँचाता है, बल्कि मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक शांति भी देता है। आइए जानें कौन-कौन से वृक्ष घर के सामने लगाने योग्य माने जाते हैं:
नीम
नीम को स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह हवा को शुद्ध करता है और वातावरण को रोगाणुरहित बनाता है।
इसे घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में लगाना शुभ होता है। यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
तुलसी
तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक रूप से पूजनीय है, बल्कि इसका औषधीय महत्व भी अत्यधिक है। इसे घर के मुख्य द्वार के समीप, विशेषकर पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना शुभ होता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता को आकर्षित करता है।
आंवला
आँवला स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भरपूर होता है और इसे समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। इसे पूर्व या उत्तर दिशा में लगाया जा सकता है।
यह घर के वातावरण को शुद्ध रखने में सहायक होता है।
अशोक
अशोक का वृक्ष नकारात्मक विचारों को दूर कर मानसिक शांति प्रदान करता है। इसे घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर लगाना वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है। यह घर की शोभा भी बढ़ाता है।
सुगंधित फूलों वाले पौधे (चंपा, चमेली, बेला आदि) ये पौधे वातावरण को सौम्य और सुसंगत बनाए रखते हैं। इन्हें उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना उचित होता है। इनसे घर में सौंदर्य के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ती है।
बांस
बांस को दीर्घायु, समृद्धि और विकास का प्रतीक माना जाता है। इसे घर के उत्तर दिशा में या बगीचे के किनारे लगाया जा सकता है।
वास्तु के अनुसार किन वृक्षों से बचना चाहिए
पीपल और बरगद जैसे विशाल वृक्षों को घर के ठीक सामने नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इनकी छाया भारी मानी जाती है और ये नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। कांटेदार पौधे जैसे कैक्टस या बबूल घर के सामने नहीं लगाने चाहिए। ये मानसिक तनाव और कलह को बढ़ा सकते हैं। इमली को वास्तु में अशुभ माना गया है, इसलिए इससे भी दूरी बनाए रखना बेहतर है।
वास्तु सुझाव
यदि घर के दोनों ओर समान प्रकार के शुभ वृक्ष लगाए जाएँ, तो ऊर्जा का संतुलन बना रहता है। ध्यान रखें कि कोई भी वृक्ष इस तरह न लगाएँ कि उसकी छाया दोपहर के समय घर के केंद्र में पड़े।