सेहत: हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए खास योगासन,जो ब्लड प्रेशर को रखेंगे नियंत्रित…ब्लड

भोपाल।बदलती लाइफ स्टाइल के चलते ब्लड प्रेशर की समस्या बुजुर्ग , युवा ,बच्चे हर ऐज ग्रुप के लोगों को हो रही है। किसी को ब्लड प्रेशर हाई तो किसी को बल्ड प्रेशर लॉ होने की समस्या से जूझना पड़ रहा है।ऐसे में बेहद जरुरी हो जाता है कि हम अपनी हेल्थ का ध्यान रखें और अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की दिशा में कदम उठाते हुए कुछ योगासन करें। जो हमें ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करेंगे।तो चलिए जानते हैं हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए कौन से योगासन करने चाहिए।
शवासन

शवासन एक ऐसा योगासन है। जो आपके तनाव को कम करने में मदद करता है।इसे शव मुद्रा योगासन कहते है ।इस योगासन को करने का तरीका बहुत ही आसान है। पीठ के बल लेट जाएं। पैरों को योगा मैट पर फैलाएं । हाथों को शरीर से दूर रखें। आंखे बंद कर शरीर को ढीला छोड़ दें। सांस पर ध्यान दें।धीरे- धीरे अपने बॉडी के हर एक पार्ट पर ध्यान दे, साथ ही दिमाग को शांत रखें।इस करने से रक्तचाप कम होगा।
बालासन

बालसन योगासन एक आराम मुद्रा है। जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है।यह योगासन शरीर को आराम देता है। चिंता तनाव को दूर करने में मदद करता है।इस करने के लिए कुछ आसान सी स्टेप फॉलो करना पड़ती है।जैसे-घुटनों के बल बैठ जाएं। पैरों के अंगूठे को मिलाएं और एड़ियों को जमीन पर रखें। साथ ही सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।और धड़को जाधों पर टिकाएं। माथे को जमीन पर टिकाएं। हाथों को जमीन पर फैलाएं ।थोड़ी देर बाद गहरी सांस लें। गर्भवती स्त्री इसे न करें।
अनुलोम विलोम

अनुलोम विलोम रक्तचाप को कम करने और हृदय को हेल्दी रखने में मदद करता है।यह मन को शांत रखता है सांस लेने की क्षमता को बढ़ाता है। इसे करने के लिए एक आसन पर बैठ जाएं। दाहिने हाथ के अंगूठे से दाहिने नाक के नथुने को बंद करें और बाए तरफ से सांस लें।सांस लेने के बाद बाएं नथुने को अंगुली से बंद करें और दाहिने नथुने से सांस लें। इस प्रकिया को 5 से10 मिनट दोहराए। इसे गलत तरीके से न करें,साथ ही सांस के मरीज इसे न करें।
वज्रासन

वज्रासन करने के कई फायदे है। साथ कुछ सावधानियों पर भी ध्यान देना होगा। इसे करने से पाचन अच्छा रहता है। पीठ का दर्द कम होता है। रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती हैं। वजन कम होता है। साथ ही शरीर का मेटाबॉलिज़्म ठीक होता है।
अगर आपको घुटनों की समस्या या रीढ़ की हड्डी की समस्या होने पर आंतो के अल्सर होने पर इसे न करें।इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठ।दोनों घुटनों को एक साथ लाएं। और ए़़ड़ियों को नितंबों के पास रखें, शरीर को सीधा रखें। और पीठ को सीधा रखें। और आंखों को बंद करके धीरे-धीरे सांस ले और छोड़े।