Operation Sindoor : सर्वदलीय बैठक के बाद किरेन रिजिजू ने कहा, सभी नेताओं ने परिपक्वता दिखाई
सर्वदलीय बैठक का उद्देश्य पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमले के बारे में पक्षों को जानकारी देना है।

नई दिल्ली। भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ जगहों पर आतंकवादी ढांचों पर सटीक हमले किए। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर नामक यह मिशन रात 1.04 बजे से 1.30 बजे तक चला। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ ऑपरेशन सिंदूर पर एक ब्रीफिंग को संबोधित किया।
मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमले के अपराधियों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाना जरूरी है, क्योंकि एक पखवाड़े के बाद भी पाकिस्तान द्वारा अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी ढांचों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए “कोई ठोस कदम” नहीं उठाया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा लक्षित नौ आतंकी शिविर मुजफ्फराबाद के सवाई नाला कैंप और सैयदना बेलाल कैंप, गुलपुर कैंप, अब्बास कैंप, बरनाला कैंप, सरजाल कैंप, महमूना जोया कैंप, मरकज तैयबा और बहावलपुर के मरकज सुभान में थे।
मिसाइल हमलों के तुरंत बाद, पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अग्रिम गांवों पर भारी तोपखाने और मोर्टार से गोलाबारी की, जिसमें कम से कम 12 नागरिक और एक सैनिक मारे गए।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि उनके देश को “भारत द्वारा थोपे गए युद्ध के इस कृत्य का मुंहतोड़ जवाब देने” का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सशस्त्र बल “बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि दुश्मन से कैसे निपटना है”। हालांकि, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अगर नई दिल्ली स्थिति को कम करती है तो इस्लामाबाद उसके साथ तनाव को “खत्म” करने के लिए तैयार है।
सर्वदलीय बैठक किरन रिजजू ने कहा सभी नेताओं ने परिपवक्ता दिखाई। राहुल गांधी सहित सभी पार्टी के दिग्गज इसमें मौजूद रहे और आवैसी सहित सभी ने पाकिस्तान के विरोध में कार्रवाई करने अपना पक्ष रखा।