समझौते के कुछ देर बार ही पाकिस्तान की वादाखिलाफी, फिर से शुरु किए हमले
पिछले कुछ घंटों से उस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन

नई दिल्ली। भारत पाकिस्तान तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश सीजफायर के लिए तैयार हो गए और युद्ध विराम की घोषणा की गई। थोड़ी ही देर बाद खबर न्यूज में प्रसारित हो गई और अमेरिका के प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप सहित दूसरे देशों ने भी इस कदम की सराहना करते हुए खुशी जाहिर की, लेकिन जैसा कि सर्वविदित है आतंकवाद के साथ ही वादाखिलाफी के लिए भी मशहूर पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया और हमले जारी रखे।
जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच जो पिछले कुछ दिनों से चल रही सैन्य कार्रवाई को रोकने का समझौता आज शाम को हुआ था, पिछले कुछ घंटों से उस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है, इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है, यह अतिक्रमण अत्यंत निंदनीय है और पाकिस्तान इसके लिए जिम्मेदार है। हमारा मानना है कि पाकिस्तान इस स्थिति को ठीक से समझे और इस अतिक्रमण को रोकने के लिए तुरंत उचित कार्रवाई करे। सेना इस स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और उसे किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए ठोस और सख्त कदम उठाने के लिए आदेश दे दिए गए हैं।”
पाकिस्तान द्वारा सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते का उल्लंघन करने पर रक्षा विशेषज्ञ कैप्टन अनिल गौर (सेवानिवृत्त) ने कहा, “इससे पता चलता है कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिस पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं किया जा सकता। अब भारत को जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है। भारत को अब जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए और पाकिस्तान की सैन्य संपत्तियों को नष्ट करना चाहिए ताकि उन्हें एहसास हो कि वे किससे निपट रहे हैं।