UP :झांसी के सरकारी अस्पताल की बद से बदतर हालत, मां की खून की बोटल हाथ में लिए मां के साथ चलता 9 साल का मासूम…

नई दिल्ली। सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर हमेशा सवाल उठते हैं। वही एक फिर सरकारी अस्पतालों की बदहाल व्यवस्था और अमानवीय लापरवाही चर्चा में है. उत्तर प्रदेश के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी की एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
फोटो में एक मासूम बच्चा अपने बीमार मां के लिए खून की बोतल थामे नजर आ रहा है, जबकि पिता स्ट्रेचर को खींचता हुआ एक्स-रे विभाग तक ले जा रहा है. दर्दनाक ये है कि इलाज में हुई इस लापरवाही की कीमत महिला को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने प्राथमिक जांच के बाद पांच कर्मचारियों पर कार्रवाई की है.
3 मई 2025 को मध्यप्रदेश के छतरपुर में रहने वाली 35 वर्षीय शकुंतला नायक झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां उसे वार्ड नंबर दो में भर्ती किया गया। बताया जा रहा है कि शंकुतला की हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें खून की चढाने को कहा, और शकुंतला को खून की बोतल चढना शुरू हो गई लेकिन शर्मनाक बात तो यह जब महिला को एक्सरे के लिए रेडियोलॉजी विभाग में भेजा गया उस समय महिला को रेडियोलॉजी विभाग में महिला को अस्पताल का कोई भी कार्मचारी लेकर नहीं गया। मजबूर पति ने खुद स्ट्रेचर खींचा और महिला के 9 साल के बच्चे ने मां की खून की बोतल हाथ में पकड़े हुए मां के साथ चल रहा था।
मौके पर अस्पताल में मौजूद लोगों ने बच्चे की इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। फोटो के वायरल होते ही पूरे में हंगामा मच गया ।सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने प्राथमिक जांच के बाद पांच कर्मचारियों पर कार्रवाई की है. साथ ही और लोगों पर भी कर्रवाही होने की आशंका है।