
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद और भारत -पाक का युद्ध विराम होने के बाद कल पहली बार रात 8 बजे प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित किया।देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,आतंकवाद पर भारत की जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर दिया है.साथ ही उन्होंने खुले शब्दों में कहा कि भारत अपने नागरिको की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। निश्चित तौर पर यह युग युद्ध का नहीं है लेकिन यह युग आतंकवाद का भी नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’, यह एक बेहतर दुनिया की गारंटी है।
न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा
पीएम मोदी ने अपने सबोधन में कहा,की भारत अब कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा। न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक प्रहार करेगा
वही पीएम नें आतंक बाद के खिलाफ भारत की नीति को बताते हुए कहा, भारत की तीनों सेनाएं अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की नीति है। औपरेशन सिंदूर के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी बोले, भारत की नीति है ऑपरेशन सिंदूर ने एक नई लकीर खींच दी है।साथ ही वो बोले कि अब पाक ने अगर भारत पर किसी भी प्रकार का हमला किया तो भारत भी अपने तरीके से अपनी शर्तों पर मुंहतोड़ जवाब देगा।
अगर पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर ही होगी
पीएम ने कहा मैं आज विश्व समुदाय को भी कहता हूं।अगर पाकिस्तान से बात होगी तो,आतंवाद पर बात होगी। अगर पाकिस्तान से बात होगी तो POK पर ही होगी। प्रिय देशवासियों आज बुद्ध पूर्णिमा है और भगवान बुद्ध ने हमें शांति का रास्ता दिखाया है। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता शांति और समृद्धि की तरफ बढ़ें, हर भारतीय शांति से जी सके, विकसित भारत के सपने को पूरा कर सके इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है। आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है। पिछले कुछ दिनों में भारत ने यही किया है। मैं आज एक बार फिर भारत की सेना और सशस्त्र बलों को सैल्यूट करता हूं।
पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई
हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है, आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वह क्या रवैया अपनाता है।
भारत के ड्रोन, मिसाइलों ने सटीकता से हमला किया पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस को नुकसान पहुंचाया जिस पर पाक को बहुत घमंड था। भारत ने पहले 3 दिनों में ही पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाया जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था। भारत की आक्रमक कार्रवाही के बाद पाक बचने के रास्ते तलाशने लगा।इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी आर्मी ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क साधा ,तब तक हम बड़े पैमाने पर आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर को तबाह कर चुके थे पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंकी अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा तो भारत ने भी उसपर विचार किया। वही वो बोले कि जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों, ड्रोन ने हमला हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं उनका हौसला भी थर्रा गया।