
भोपाल।अंकिता भंडारी मर्डर केस के बारे में हम सभी जानते हैं।यह बहुचर्चित मर्डर केस की आज कोटद्वार के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में आखिरी सुनवाई थी। सुनवाई में इस हत्या के तीनों आरोपियों को सजा सुनाई गई।
अंकिता भंडारी ऋषिकेश के पास वंतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी। तीन साल पहले 18 सितंबर 2022 को अंकिता अचानक लापता हो जाती है। उसके लापता होने के 5 दिन बाद अंकिता का शव चिल्ला नहर में मिलता है। शव मिलने के बाद रिजॉर्ट का मालिक पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करता है। लेकिन जब जांच पड़ताल में कुछ और ही कहानी समाने आती है। पता चलता है कि अंकिता के गायब और मर्डर होने के पीछे रिजॉर्ट के मालिक और उसके दो साथी का ही हाथ है।
क्यों की गई अंकिता की हत्या
अंकिता, पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी। लेकिन रिजॉर्ट के मालिक ने अंकिता को वीआईपी अतिथि को एक्स्ट्रा सर्विस के लिए दबाव बना रहा था। जब अंकिता ने इसका विरोध करते हुए मना किया तो उनके बीच इस बात को लेकर विवाद होने लगा और उसके बाद मालिक पुलकित और उसके साथी अंकित औऱ सौरभ ने चीला नहर में उसे धक्का दे दिया। अभी तीनों आरोपी जेल में बंद थे। आज उन तीनों आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
इस मर्डर केस को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया था। कि सरकार अंकिता के परिवार के साथ है।वह किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने देंगी। सीएम ने उत्तराखंड की जनता को विश्वास दिलाया था कि सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही की जाएगी।