Caste Census : केंद्र सरकार ने जनगणना की तारीख की फिक्स

भोपाल।केंद्र सरकार ने जनगणना की तारीख फिक्स कर दी है। देश में 17 साल बाद राष्ट्रीय जनगणना कि जाएगी। गृह मंत्रालय ने अपने प्रेस रिलीज में बताया की 1 मार्च 2027 से जनगणना और जाति जनगणना एक साथ ही की जाएगी। यह जनगणना दो चरणों में होगी।सबसे पहले यह जनगणना उत्तर के पहाड़ी क्षेत्रों में की जाएगी।जानकारी के अनुसार 1अक्टूबर 2026 को लदाख, जम्मू कश्मीर ,उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जनगणना शुरू होगी। उसके बाद पूरे देश में जनगणना 1 मार्च 2027 से होगी होगी।
जनगणना का अर्थ
जनगणना का मतलब सिर्फ लोगों की गिनती करना नहीं है। जनगणना से देश की सरकार को यह पता लगता है कि आम जनता कि हालत क्या है। उन्हें किन चीजों की जरूरत है। उनकी आर्थिक स्थिति क्या है।
हाउसिंग सेंसस और पॉपुलेशन सेंसस
जनगणना दो चरणों में होती है। पहले चरण में हाउसिंग सेंसस जनगणना आती है। इसमें सिर्फ लोगों की संख्या के बारे में नहीं पूछा जाता। बल्कि इसमें पूछा जाता है कि आपका घर कच्चा है या पक्का, आप कौन सा आटा खाते हो। परिवार की आय कितनी है। प्रॉपटी और गाडियां कितनी है। आदि चीजें पूछी जाती है। साथ ही पॉपुलेशन सेंसस में लोगों की संख्या पूछी जाती है।
भारत में कितने साल में होती है जनगणना
भारत में हर बार 10 साल बाद जनगणना होती है। इससे पहले 2011 को जनगणना की गई थी। जिसके बाद 2020 को जनगणना होनी थी ।लेकिन कोरोना के चलते। यह जनगणना नहीं हो पाई थी। भारत में पहली बार जनगणना 1872 में की गई थी।