December 7, 2024

Deepotsav in Ayodhya : 500 सालों बाद “त्रेतायुग” जैसा होगा “अयोध्या” का नजारा

Deepotsav in Ayodhya

Deepotsav in Ayodhya : दिवाली सिर्फ भारत में ही नहीं मनाई जाती बल्कि दुनिया के जिन-जिन देशों में भारतीय रहते हैं, वहां ये त्योहार सेलिब्रेट किया जाता है… भगवान राम की नगरी अयोध्या में तो दिवाली बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है… पूरा शहर और हर मंदिर दीयों से जगमगा उठता है… लेकिन इस बार अयोध्या नगरी की रोशनी अलग ही होगी जो 500 सालों बाद अयोध्या का नजारा ऐसा होगा जैसा त्रेतायुग में भगवान राम के आगमन पर था.

25 लाख से अधिक दीये रोशन करेंगे “अयोध्या नगरी”

अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन 30 अक्टूबर को ही किया जाएगा… इस दौरान सभी घाटों पर कुल मिलाकर 25 लाख से अधिक दीये रोशन करने की तैयारी है… इसमें डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध 14 कॉलेज, 37 इंटर कॉलेज और 40 एनजीओ के 30 हजार से अधिक वालिंटियर अपना योगदान देंगे।

6 देशों के कलाकार करेंगे रामलीला का मंचन

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार की दिवाली और खास है… रामलला के मंदिर में विराजमान होने के बाद मन रही पहली दीपावली के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं.. यहां दो दिन दीपोत्सव होगा. सवा-सवा लाख दीये मंदिर परिसर से लेकर दर्शन मार्ग तक जलाने की तैयारी है. राम मंदिर में चार तरह के दीये जलाए जाएंगे.रामलला के गर्भगृह से गूढ़ी मंडप तक पीतल के स्टैंड वाले छोटे-बड़े दीये जलाए जाएंगे. अखंड दीपक भी दीपोत्सव का हिस्सा होंगे. तेल के दीये तो हैं ही, रंगीन मिट्टी और गाय के गोबर और मोम के खास दीये आकर्षण का केंद्र होंगे.6 देशों थाईलैंड, कंबोडिया, म्यांमार, मलेशिया, नेपाल और इंडोनेशिया के कलाकार अपने-अपने देश में प्रचलित रामकथा के आधार पर अलग-अलग प्रसंगों का मंचन करेंगे.16 राज्यों के चार सौ से अधिक कलाकार पारंपरिक शोभायात्रा में भी हिस्सा लेंगे.वहीं सरयु पर लेजर शो के जरिए…रामलला और उनसे जुड़े प्रसंगों की आकृतियां उकेरी जाएंगी.Deepotsav in Ayodhya

13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ जानें,क्या कहती है आज आपकी राशि Kaal Bhairav : कौन है काल भैरव ,जानें, रहस्य Google’s logo : जानें,गूगल के Logo के बारे में कुछ खास रोचक बातें नकली बादल, असली बारिश ,जानिए दिल्ली में कैसे होगी कृत्रिम वर्षा?