Digital Arrest : आज कल दुनिया बहुत ही ज्यादा डिजिटल हो गई है। इस डिजिटल युग में आए दिन लोगों के साथ साइबर क्राइम की घटना भी तेजी से बढ़ रही है।साइबर ठग लोगों को ठग ने उन से धोखाधड़ी करने के लिए डिजिटल अरेस्ट स्कैम का सहारा लेकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इस बात को लेकर पीएम मोदी ने भी चिंता जताई है। और लोगों को डिजिटल अरेस्ट को लेकर जागरूक रहने की अपील की है। अगर आपको नहीं पता है। की डिजिटल अरेस्ट क्या होता है। तो चलिए हम आपको बताते है ।Digital Arrest
क्या होता है डिजिटल अरेस्ट
डिजिटल अरेस्ट ऐसा स्कैम है जिसमें आपको एक unknown no. से से फोन आएगा। और फोन करने वाला व्यक्ति आपको बताएगा की वो मुंबई या पुणे ,दिल्ली से सीबीआई नारकोटिक्स या आरबीआई ,पुलिस विभाग से बात कर रहे है. और वो आपका विश्वास जीतने के लिए कभी -कभी आपके बारें में थोड़ी जानकारी देंगे ,जो उन्होंने सोशल मीडिया से निकाली है ।
आपको बता दे ,जब वॉट्सएप या स्काइप कॉल पर जोड़ेंगे तो आपको फर्जी पुलिस वाला भी असली लगेगा , साथ ही, वो आपको इमोशनली मेंटली परेशान करते है और दबाव बनाते है । और कहते है की आपके किसी परिजन के साथ कुछ बुरा हो गया है। या आपका बेटा या बेटी या किसी परिजन ने कोई गलत काम किया है इस लिए उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया । और उनको छुडाने के लिए इतना – इतना पैसा इस अकाउंट न. पर ट्रांसफर कर दो तो उन्हें हम छोड़ देंगे, नहीं तो जेल हो जाएगी। ऐसे में लोग बातों में आ जाते है और पैसे अकाउंट में भेज देते है।
दूसरे तरीका वो आपको बोलेंगे की आपने इतनी तारीख को नई सिम ली और आप को बोलेंगे की आप इस न. से लोगों को गुमराह कर रहे हैं झूठी खबरें फैला रहे हैं। तो कई बार आरबीआई के अधिकारी बन कर बात करते है।Digital Arrest
डिजिटल अरेस्ट से बचने के उपाय
सबसे पहली बात कोई भी सरकारी जांच एजेंसी या सरकारी अवसर आपको किसी भी प्रकार की जानकारी देने के लिए वॉट्सएप या स्काइप प्लेटफॉर्म्स का यूज नहीं करते । सिर्फ साइबर क्राइम करने वाले ही आपको ऐसे फेक कोल करेंगे। जब आपको जरा सा भी संदेह हो की ये कोल फर्जी फोन है तुरंत फोन कट कर दें।
जब भी ऐसे फर्जी MSG या फोन आए और आपको बोले की मनी लान्ड्रिंग या किसी भी तरह का आरोप लगाए तो आप ध्यान न दे कोल कटकर दें।
अगर ऐसा MSG फोन आए तो डरें नहीं।साइबर ठग के लिए पीड़ितों को फोन कॉल, ई-मेल से संदेश भेजते हैं। बताते हैं कि आप मनी लॉन्ड्रिंग या चोरी जैसे अपराधों के तहत जांच के दायरे में हैं। ऐसे किसी कॉल और ई-मेल पर ध्यान न दें।तुर्ंत फोन कट कर दे।
अनजान लिंक पर किल्क न करें।
कोई भी वीडिया कॉल या संदेश आए तो उसके स्कीनशॉर्ट ले ले सबूत के तौर पर।
अनजान नंबर से फोन या ई – मेल आए, तो पहले तो सुनें की सामने वाला क्या कह रहा है।और अपनी निजी जानकारी न दे।
इस तरह की घटना की सूचना साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या वेबसाइट cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।Digital Arrest