गुलाबो सपेरा की मार्मिक और संघर्ष की कहानी
Gulabo Sapera : लड़की होना क्या गुनाह है शायद यहीं पूछती होगी वो नन्ही परिया जिन्हें इस दुनिया में आने से पहले या आते ही मार दिया जाता है। आज भी ऐसी कही जगहें है जहां बेटी को पैदा होते ही मार दिया , ऐसी ही एक बेटी की कहानी से में आपको रुबरु करना चाहती हूं ,जिसे उनके ही कबीले के लोगों द्वारा मट्टी में जिंदा दफना दिया था। जी हां, हम बात कर रहें है गुलाबो सपेरा की जिसने अपने डांस के दम पर देश में ही नहीं ब्लकि विश्व में भी पहचान बनाई ।Gulabo Sapera
वीडियो जो महिला बॉलीवुड एक्टर गोविंदा के साथ डांस करती नजर आ रही हैं उनका नाम है गुलाबो सपेरा। कालबेलिया नृत्य की महान नृत्यांगना गुलाबो सपेरा जिसे सिर्फ लड़की होने की वजह से बचपन में उनके कबीले द्वारा मिट्टी में दफना दिया गया था। लेकिन समय उनसे बहुत उम्मीद लगाए बैठा था उसे परिवार ने जिंदा बाहर निकाला और कबीले से लड़ाई की, लेकिन परिवार को बहिष्कृत कर दिया गया। लेकिन गुलाबो के पिताजी ने हार नहीं मानी वो सपेरा जनजाति के सांप पकड़ने का काम करते थे और साथ में अपनी बेटी धनवंतरी को ले जाते थे और वो पुंगी की धुन पर डांस किया करती थी।यही लड़की आगे चल कर गुलाबो नाम से प्रसिद्ध हुई। ये अपने कालबेलिया नृत्य के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुई।Gulabo Sapera
पद्मश्री से सम्मानित
कालबेलिया नृत्य के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुई गुलाबो भारत के सर्वोच्च सम्मानों में से एक पद्मश्री से सम्मानित हो चुकी हैं।गुलाबों की कठिनाइयों से इतना जरुर सीखा जा सकता है कि जीवन में कभी हार नहीं मानना चाहिए। कठिनाइयों से लड़ना ही मनुष्य का कर्तव्य है और यही उसे महान बनाता है।Gulabo Sapera