10 minutes late in the exam, the girl did not get admission to the center
Sagar News: एमपी में माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित की जा रही है. सागर के परसोरिया परीक्षा केंद्र पर 10 मिनट देरी से सेंटर पहुंची बारहवीं की दो छात्राओं और एक छात्र को पेपर देने से वंचित कर दिया गया. साल बिगड़ने की नौबत आई तो जिला कलेक्टर ने 3 सदस्य जांच कमेटी गठित की है. जल्द ही यह समिति अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
पेपर से वंचित रहने वाली छात्रा पुष्पा लोधी ने बताया कि वह परीक्षा केंद्र से करीब 15 किलोमीटर दूर आपचंद गांव से पेपर देने आई थी. समय पर वाहन न मिलने की वजह से वह 9:10 पर वह सेंटर पहुंची, लेकिन केंद्र अध्यक्ष ने नियमों का हवाला देते हुए उसे परीक्षा हॉल में बैठने ही नहीं दिया. केंद्र प्रभारी मैडम से मिन्नतें कीं और जानकारी भी दी कि वह इतनी दूर से आई है . इस वजह से यह देरी हुई है. आगे आने वाले पेपर में इस बात का विशेष ध्यान भी देगी लेकिन केंद्र प्रभारी अनीता पाठक ने कोई बात नहीं सुनी.
राहगीरों को सुनाई आपबीती
निराश और मायूस छात्राएं गांव से निकलने वाले रोड के किनारे बने यात्री प्रतिक्षालय में बैठ कर रो रही थी. जब वहा से निकलने वाले लोगों की नजर छात्राओं पर पड़ी तो उन्होंने इनसे बात की और पूछा कि जब सभी लोग पेपर दे रहे है तो आप लोग बाहर क्या कर रहे हैं ? इसके बाद छात्राओं ने आपबीती सुनाई और अपने परिजनों को फोन किया.
दोषियों पर होगी कार्रवाई
वहीं इस मामले में केंद्र प्रभारी अनीता पाठक का कहना है कि परीक्षा केंद्र पर 8:30 तक ही बच्चों को एंट्री दी जा सकती है वह 9:10 पर यहां पर आई थी. हम लोग शासकीय कर्मचारी है इसलिए नियमों का पालन करना पड़ता है. कोई भी शिक्षक जानबूझकर छात्रों का अहित नहीं चाहता है. मामला सामने आने के बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने मामले की वास्तविकता का पता करने के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है. जिसमें डिप्टी कलेक्टर शशि मिश्रा, संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग के मनीष वर्मा और शिक्षा अधिकारी अखिलेश पाठक शामिल है .समिति रात तक अपनी रिपोर्ट देगी. दीपक आर्य का कहना है कि इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.