Generation BETA : आजकल हम जिस तेजी से बदलाव होते हुए देख रहे हैं, अगर मैं आपको बोली कि Gen Z पुराने हो गए है। जी हां अब हमारे बीच एक और नई पीढ़ी ने जन्म लिया है – Generation BETA।तो यह पीढ़ी उन बच्चों का प्रतिनिधित्व करती है, जो 2025 के आसपास पैदा हो रहे हैं Generation BETA को पहले की पीढ़ियों से थोड़ा अलग माना जा रहा है, क्योंकि वे उस डिजिटल और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन दुनिया में बड़े होंगे, जहाँ पर वर्चुअल रियलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी चीजें सामान्य हो चुकी होंगी। इसके साथ ही, वे एक ऐसे समाज में पैदा हो रहे हैं, जहाँ जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग जैसे मुद्दे ज्यादा प्रासंगिक हो गए हैं।तो आप समझ गए होंगे की Gen Z पुराने हो गए हैं। जिन लोगों को Gen Z के बारे में नहीं पता कि Gen Z क्या है? तो आइए जानिए Generation Z यानी Gen Z के बारे में।Generation BETA
Generation Z क्या है?
Gen Z वह पीढ़ी है, जो आमतौर पर 1997 से 2012 के बीच जन्मी मानी जाती है। ये लोग सोशल मीडिया, स्मार्टफोन और इंटरनेट के सबसे शुरुआती उपयोगकर्ता रहे हैं, और ये टेक्नोलॉजी के साथ बड़े हुए हैं। Gen Z के लिए डिजिटल दुनिया बेहद सामान्य है, और यह पीढ़ी सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के प्रति जागरूक रही है।लेकिन अब Generation BETA एक नही पीढ़ जिसके बारे में हम ऊपर जान चुके हैं कि क्या है Generation BETA अब हम Generation BETA की विशेषताएँ भी जानेंगे।Generation BETA
Generation BETA की विशेषताएँ
टेक्नोलॉजी के साथ बड़ा होना
इस पीढ़ी के बच्चे मोबाइल फोन, स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट के बिना जन्म नहीं ले सकते। उनके लिए ये चीजें एक तरह से ‘नॉर्म’ बन चुकी होंगी।Generation BETA
स्मार्ट एजुकेशन और वर्चुअल क्लासरूम
शिक्षा में डिजिटल टेक्नोलॉजी का व्यापक इस्तेमाल होगा, जिससे क्लासरूम की सीमाएँ मिट जाएंगी और बच्चे कहीं से भी सीखने में सक्षम होंगे।
र्यावरण के प्रति जागरूकता
जलवायु संकट और पर्यावरणीय मुद्दे इन बच्चों के लिए बड़ी चिंता का विषय हो सकते हैं। वे ऐसे समय में बड़े होंगे जब दुनिया पहले से ज्यादा टिकाऊ और इको-फ्रेंडली विकल्पों की ओर बढ़ रही होगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के साथ तालमेल
यह पीढ़ी उन तकनीकों से घिरी हुई होगी, जो आज हम सिर्फ फिल्मों में देखते हैं। बोट्स, स्वचालित सेवाएँ और AI उनके लिए सामान्य चीजें बन जाएंगी।
Generation BETA का भविष्य
इस पीढ़ी के लिए चुनौती सिर्फ तकनीकी विकास और पर्यावरणीय संकट तक सीमित नहीं होगी, बल्कि उनका सामना सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी नई समस्याओं से भी होगा। डिजिटल दुनिया में बढ़ते अवसाद, अकेलेपन और मानसिक तनाव के मुद्दे इस पीढ़ी के सामने खड़े होंगे।Generation BETA