Parenting : माता-पिता की कुछ आदतें बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास पर गहरा प्रभाव डालती हैं। अगर ये आदतें सही दिशा में नहीं होतीं, तो वे बच्चों की पर्सनलिटी को प्रभावित कर सकती हैं। यहां कुछ ऐसी आदतें हैं जो बच्चों को का आत्मविश्वास कम करती है उन्हें कमजोर बनाती है आलसी,बना देती हैं।Parenting
हर समय बच्चों को प्रोटेक्ट करना
माता-पिता जब बच्चों को हर मुश्किल से बचाते हैं और उन्हें खुद से कोई जिम्मेदारी नहीं लेने देते, तो ऐसे बच्चें आत्मनिर्भर नहीं बना पाते। वो खुद की रक्षा स्वंय नहीं कर पाते वो अपनी इससे बच्चे किसी समस्या का हल खुद से निकालने में असमर्थ हो जाते हैं। और वो हमेशा दूसरों पर निर्भर रहते हैं।Parenting
हर समस्या में बच्चों की मदद करना
बच्चों की हमेशा मदद करने से बच्चे फिर माता पिता के भरोसे हो जाते हैं। तो बच्चे अपने खुद के कार्यों को लेकर आलसी हो सकते हैं। वे यह मानने लगते हैं कि बिना किसी मेहनत के, किसी और के द्वारा काम किया जाएगा, जिससे उनका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है।और वो हमेशा दूसरो के भरोसे रहते हैं। और अपनी प्रोब्लम का हल दूसरों से पूछते है।और दूसरों से मदद की उम्मीद करते हैं।Parenting
बच्चों को खुद से दूर न करना
जो माता पिता अपने बच्चों को हर वक्त अपने साथ रखते हैं। उन्हें किसी दूसरे के साथ खेलने नहीं देते।उन्हें कई भी अकेले दोस्तों के घर नहीं जाने देते ऐसे में वे दुनिया की कठिनाइयों से नहीं सीख पाते। हर छोटी समस्या से डरने और बचने लगते हैं।बच्चों में आत्मनिर्भरता की कमी हो जाती है।Parenting
बच्चों को बहुत ज्यादा लाड़-प्यार देना
हालांकि बच्चों के साथ प्यार और देखभाल ज़रूरी है, लेकिन अगर माता-पिता बच्चों को बहुत अधिक लाड़-प्यार करते हैं और उन्हें सही गलत का फर्क नहीं सिखाते, तो बच्चों में गलत आदत आने लगती है।वे गलती करने पर भी अपनी गलती नहीं सुधारेगे और गलत आदतों के शिकार हो सकते हैं।Parenting
नकारात्मक तरीके से प्रेरित करना
माता-पिता द्वारा बच्चों को आलोचना, डांटना या दबाव डालने से बच्चों में डर और तनाव बढ़ सकता है। बच्चों को आत्म-विश्वास और सही रास्ते पर लाने के लिए साकारात्मक समर्थन और मार्गदर्शन ज़रूरी होता है। निरंतर नकारात्मकता से बच्चों में आत्म-मूल्य की कमी हो सकती है।Parenting