Atul Subhash Modi: 9 नवंबर को बैंगलुरू में AI इंजीनयर का काम कर रहे अतुल सुभाष मोदी ने आत्महत्या कर अपने जीवन को समाप्त कर लिया। वो तो इस दुनिया से चले गए पर अपने पीछे छोड़ गए 80 मिनिट का एक वीडियो, 23 पन्नों का एक सुसाइड नोट और ढेर सारे ऐसे सवाल जिनके घेरे में उनकी पत्नी नीकिता सिंघानिया उनकी माँ, भाई, चाचा और ज्युडीशियल सिस्टम है। वो अपने पीछे अनसुलझी कहानी, कोई रहस्य नहीं छोड़ना चाहते होंगे और अपने आप को इन सबसे लड़ने मे कितना मजबूर पाया होगा तभी आत्महत्या करने से पहले सारी सच्चाई का खुलासा करते हुए वीडियो बनाया और इतना विस्तार से 23 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा होगा। 34 वर्षीय उपमहाप्रबंधक अतुल सुभाष ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। वह मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले थे और नौकरी के सिलसिले में बेंगलुरु में रहते थे। उनका ससुराल उत्तर प्रदेश के जौनपुर में था। अतुल सुसाइड नोट में पत्नी, ससुराल वालों और एक न्यायाधीश पर ‘आत्महत्या, उत्पीड़न, जबरन वसूली और भ्रष्टाचार के लिए उकसाने’ का आरोप लगाया। Atul Subhash Modi
दहेज और पिता के मर्डर का आरोप
दो साल साथ रहने के बाद पत्नी घर छोड़कर चली गई सुसाइड से पहले रिकॉर्ड किए गए वीडियो में अतुल ने पूरा मामला विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने 2019 में एक मैट्रिमोनी साइट से मैच मिलने के बाद शादी की थी। अगले साल उन्हें एक बेटा हुआ। उन्होंने कहा है कि उनकी पत्नी और पत्नी का परिवार उनसे हमेशा पैसों की डिमांड करता रहता था, जो वो पूरी भी करते थे। उन्होंने लाखों रुपए अपनी पत्नी के परिवार को दिए थे, लेकिन जब उनको पैसे देना बंद कर दिया तो पत्नी 2021 में बेटे को लेकर बेंगलुरु छोड़कर चली गई। अतुल ने कहा है, ‘मैं उसे हर महीने 40 हजार रुपए मेंटेनेंस देता हूं, लेकिन अब वो बच्चे को पालने के लिए खर्च के तौर पर 2-4 लाख रुपए महीने की डिमांड कर रही है। मेरी पत्नी मुझे मेरे बेटे से न तो मिलने देती है, न कभी बात कराती है।’पत्नी ने दहेज और पिता के मर्डर का आरोप लगाकर केस दर्ज कराया अगले साल पत्नी ने उनके और उनके परिवार के लोगों के खिलाफ कई मामले दर्ज कराए। इनमें मर्डर और अप्राकृतिक सेक्स का केस भी शामिल था। अतुल ने कहा कि उनकी पत्नी ने आरोप लगाया कि उन्होंने 10 लाख रुपए दहेज मांगा था, जिसके चलते उसके पिता का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अतुल ने कहा है कि यह आरोप निराधार है क्योंकि मेरी पत्नी पहले ही कोर्ट में स्वीकार कर चुकी है कि उसके पिता का पिछले 10 साल से दिल की बीमारियों और डायबिटीज के लिए AIIMS में इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने उन्हें जीने के लिए कुछ ही महीने का समय दिया था, तभी हमारी जल्दी—जल्दी शादी करवायी गई थी। Atul Subhash Modi
‘न्याय मिलना चाहिए’
अतुल ने 24 पन्नों के सुसाइड नोट के हर पन्ने पर ‘न्याय मिलना चाहिए’ लिखा है। पत्नी निकिता और ससुराल वालों के साथ-साथ सुभाष ने जौनपुर में एक जज पर भी उनकी सुनवाई न करने का आरोप लगाया और परिजनों से कहा है कि न्याय मिलने तक उनकी अस्थियों को विसर्जित न किया जाए। नोट में चार साल के बेटे के लिए भी एक संदेश है, जिसे अतुल से अलग रखा गया था। अतुल ने अपने माता-पिता को उनके बच्चे की कस्टडी देने की भी मांग की है। नोट और वीडियो का लिंक एक एनजीओ के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा था, जिससे अतुल जुड़े हुए थे। सुभाष ने आरोप लगाया है कि पत्नी निकिता सिंघानिया ने उनके खिलाफ हत्या, यौन उत्पीड़न, पैसे के लिए उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और दहेज सहित नौ मामले दर्ज कराए थे। आगे वीडियो में अतुल ने कहा है कि मैंने जज को बताया कि NCRB की रिपोर्ट बताती है बहुत सारे पुरुष झूठे केस की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं, तो पत्नी ने बीच में कहा कि तुम भी आत्महत्या क्यों नहीं कर लेते इस बात पर जज हंस पड़ी और कहा कि ये केस झूठे ही होते हैं, तुम अपने परिवार का सोचो मैं 5 लाख में केस सेटल करवा दूंगी। Atul Subhash Modi
अतुल की आखिरी इच्छा
अतुल की आखिरी इच्छा- मुझे न्याय न मिले तो अस्थियां गटर में बहा दें अतुल ने अपनी आखिरी इच्छा में लिखा- मेरे केस की सुनवाई का लाइव टेलीकास्ट हो। पत्नी मेरा शव न छू सके। जब तक प्रताड़ित करने वालों को सजा न हो, मेरी अस्थियां विसर्जित न हों। यदि भ्रष्ट जज, मेरी पत्नी और उसके परिजन को कोर्ट बरी कर दे तो मेरी अस्थियां उसी अदालत के बाहर किसी गटर में बहा दी जाएं। मेरे बेटे की कस्टडी मेरे माता-पिता को दी जाए। उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि अगर मैं सिस्टम से जीतता हूं तभी मेरी अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया जाए, वरना उन्हें कोर्ट के बाहर गटर में बहा दिया जाए। मेरे कमाए हुए पैसे से मुझे और मेरे परिवार को ही परेशान किया जा रहा अतुल ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे लिए मर जाना ही बेहतर होगा, क्योंकि जो पैसे मैं कमा रहा हूं उससे मैं अपने ही दुश्मन को बलवान बना रहा हूं। मेरा कमाया हुआ पैसा मुझे ही बर्बाद करने में लग रहा है। मेरे ही टैक्स के पैसे से ये अदालत, ये पुलिस और पूरा सिस्टम मुझे और मेरे परिवार और मेरे जैसे और भी लोगों को परेशान करेगा। मैं ही नहीं रहूंगा तो न तो पैसा होगा और न ही मेरे मां-बाप और भाई को परेशान करने की कोई वजह होगी। Atul Subhash Modi
राष्ट्रपति के नाम भी नोट
अतुल ने अपने लेटर में राष्ट्रपति के नाम भी नोट लिखा अतुल सुभाष ने 24 पेज के लेटर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम भी एक लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने देश के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की खामियों के बारे में लिखा और पुरुषों के खिलाफ झूठे केस दर्ज कराने के ट्रेंड के बारे में बताया। एक अन्य नोट में उन्होंने लिखा कि वे अपनी पत्नी की तरफ से दायर कराए गए सभी मामलों के लिए खुद को निर्दोष बता रहे हैं। इनमें दहेज प्रतिरोध कानून और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का केस शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट से रिक्वेस्ट करता हूं कि इन झूठे केसों में मेरे माता-पिता और भाई को परेशान करना बंद करें। Atul Subhash Modi