November 21, 2024

Kedarnath :केदारनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे भारी संख्या में श्रद्धालु, प्रशासन हुआ चौकन्ना

Kedarnath :केदारनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे भारी संख्या में श्रद्धालु, प्रसाशन हुआ चौकन्ना

श्रावण मास के प्रथम सोमवार के दिन तीर्थयात्रियों ने बाबा केदारनाथ का जलाभिषेक किया। वहीं भगवान केदारनाथ के जलाभिषेक के लिए बड़ी संख्या में कांवड़ियों के पहुंचने का सिलसिला भी जारी हो गया है। यहां भारी संख्या में श्रध्दालु केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं श्री बदरीनाथ धाम स्थित आदि केदारेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों ने जलाभिषेक किया तथा भगवान भोलेनाथ की प्रार्थना की। वहीं श्राद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रसाशन भी चौकन्ना हो गया है। खराब मौसम के चलते हालही में कई भक्त दुर्घना के शिकार हो गए हैं।

Kedarnath :कावड़ियों का सिलसिला जारी

वहीं श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि, इस साल करीब 10 लाख 62 हजार से अधिक तीर्थयात्री श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। लेकिन भक्तों का आना अभी बिलकुल कम नहीं हुआ है। यहां अभी कावडियों के दर्शन का सिलसिला जारी है।

Kedarnath :हालही में हुआ था हादसा

बता दें कि केदारनाथ के पैदल रुट पर यात्रा जारी है। बारिश के इस मौसम में प्रसाशन ने यात्रियों सतर्क रहने की अपील की है। क्योंकि दो दिन पहले ही केदारनाथ यात्रा के दौरान पहाड़ी से भारी पत्थर गिरने से तीन शिव भक्तों की मौत हो गई थी। वहीं यात्रा के दौरान पांच यात्री घायल भी हुए थे। इसको देखते हुए प्रसाशन की ओर से यात्रियों को सतर्क रहने की अपील की गई है।

Kedarnath :बारिश का अलर्ट जारी

मौसम विभाग के मुताबिक, बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। कुमाऊ के निचले इलाको में रविवार और सोमवार को भारी बारिश की संभावना जताई है। गढ़वाल क्षेत्र में 23 और 24 तारीख को ऐसी स्थित रहेगी। वहीं देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि कुनाऊं के लिए दो दिन बारिश के लिहाज से संवेदनशील हैं। निचले इलाके में अतिवृष्टि से बाढ़, भू-कटाव और भू-धंसाव जैसे हालात पैदा कर सकते हैं।

Google’s logo : जानें,गूगल के Logo के बारे में कुछ खास रोचक बातें नकली बादल, असली बारिश ,जानिए दिल्ली में कैसे होगी कृत्रिम वर्षा? दिल्ली में प्रदूषण से बचने के लिए करें ये उपाय भारत की 10 अनोखी जगहें ,जिनके रहस्य विज्ञान भी नहीं समझ पाया ट्रंप की जीत का भारत पर क्या होगा असर?