SHOCKING ! इतिहास के पन्नों में ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी ने नजदीक के भरोसेमंद मित्र या रिश्तेदार ने ही धोखा देकर सत्ता पर कब्जा जमाया है। बांग्लादेश में इतिहास को एक बार फिर दोहरा दिया गया है।
दरअसल, बांग्लादेश के सेना प्रमुख वेकर-उज़-ज़मान ( Bangladesh Army chief, Waker-Uz-Zaman) शेख हसीना के रिश्तेदार हैं। उन्होंने उन्हें न सिर्फ सत्ता से बल्कि देश से भी बेदखल कर दिया।
उन्होंने शेख हसीना को इस्तीफा देने और देश से भागने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया। लगभग 30 वर्षों के करियर में, ज़मान ने प्रधान मंत्री कार्यालय के तहत सशस्त्र बल डिवीजन में प्रमुख स्टाफ अधिकारी के रूप में कार्यरत शेख हसीना के साथ मिलकर काम किया है।
शेख़ हसीना ने उन्हें सेना प्रमुख नियुक्त किया क्योंकि वह उन पर बहुत भरोसा करती थीं। बांग्लादेश सेना ने पूरे बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। बांग्लादेश सेना विभिन्न जिलों में उन हिंदुओं की संख्या की एक सूची तैयार करती है जिन्हें किसी भी खतरे की संभावना हो सकती है।
बांग्लादेश में हालात बेहद गंभीर हैं। भारत के पश्चिम बंगाल के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि 1 करोड़ हिंदू शरणार्थियों की ताजा लहर भारत में आएगी क्योंकि बांग्लादेश में जमात शासन वापस लौट रहा है।
तत्काल प्रभाव से लगा कर्फ्यू
वहीं दूसरी ओर शेख हसीना ने फिलहाल भारत में शरण ली है। शेख हसीनो के भारत पहुंचते ही मेघालय ने तत्काल प्रभाव से बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रात्रि कर्फ्यू लगाया।
पीएम मोदी के आवास पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक चल रही है। बीएसएफ ने 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी सभी संरचनाओं में “हाई अलर्ट” जारी किया है। शेख हसीना को नई दिल्ली में एक गुप्त और सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।