November 22, 2024

victim friendly police station:भोपाल का एक थाना ऐसा भी ,जहाँ आती है बिलकुल घर जैसी फीलिंग

victim friendly police station:जब भी आप पुलिस वाले या थाने का नाम सुनते हैं, तो आप के मन में सबसे पहले कैसी इमेज आती है ? खाकी वर्दी में अकड़ से भरा और हाथ में डंडा लिए पुरुष या महिला साथ ही एक पुराना वेरंग दीवारों वाली गंदी अजीब सी जगह जहां आप का जाना तो दूर, सोच कर ही दम घुटने लगे। लेकिन क्या आप को पता है। भोपाल शहर के जंहागीराबाद के महिला थाना जाते ही आपकी सोच थाने और पुलिस वालो को लेकर पूरी तरह बदल जाएगी । यहा काम करने वाले पुलिसकर्मचारी और थाने की थाना प्रभारी शिल्पा कौरव से मिलकर आप के मन में पुलिस को लेकर एक अच्छी इमेज बनने लगेंगी साथ ही खाकी वर्दी का डर आप के अंदर से पूरी तरह निकल जाएगा, क्योंकि महिला थाने ने, पुलिस और हवालात की परिभाषा ही बदल कर रख दी है। यहां  आपको एक पारिवारिक माहौल मिलेगा। यहां की थाना प्रभारी ने खुद इस थाने को घर की तरह साजाया है।

क्यों पारिवारिक माहौल किया तैयार थाना प्रभारी शिल्पा कौरव कहती है। यहां पर आने वाली पीड़ित महिलाओं और बच्चों को उन्होंने एक पारिवारिक माहौल तैयार किया गया है। क्योंकि  कोई भी पीड़ित यहां आकार और भी मानसिक रूप से परेशान ना हो बल्कि अच्छा फील करे। इसलिए इस थाने को एक घर की तरह डिजाइन किया है।victim friendly police station

बच्चों को खेलने के लिये खिलौने भी है यहां कई परिवार आपसी समझौते के लिए आते है कई बार उनके साथ उनके बच्चें भी आते है। ऐसे में उनके दिमाग पर कोई गलत असर ना हो। और वे असहज महसूस ना करे इसलिए यहां बच्चों के लिए खिलने के लिए खिलौने भी है।

हर केस को अपने अलग तरीके से करती हूं हल, सभी को एक ही डंडे से नही हांकती

थाना प्रभारी बताती है, वे हर केस को अपने तरीके से समझ कर हल करती है। जहां उन्हें लगता है की उन्हें प्यार से बात करने की जरूरत है,  वहां वो प्यार पेश आती हैं। और जहां उन्हें सख्त होने की जरूरत है तो वहां वैसे पेश आती है। उन्हें लगता की सभी को एक लाठी से हाकने की जरूरी नही है।

शिल्पा कौरव का पुलिस वालों को संदेश 

वो कहती है की पुलिस वालों को भी लोगों के प्रति संवेदनशील होकर एक हेल्पफुल नेचर के  साथ लोगों की मदद करनी चाहिए। इस दुनिया में बहुत लोग है पर ईश्वर ने मुझे लोगों की मदद के लिए यहां रखा है । तो ये मेरी जिम्मेदारी है।की मुझे पूरी ईमानदारी अपने कर्तव्य को करना चाहिए।  पुलिस लोगों की मदद के लिये होती हैं। और जो लोग हम से मदद मांगने आते है उनसें अगर हम भी सही से बात नहीं करेगें, डराएंगे धमकायेंगे तो लोग कहां जाएगे। इसलिए हमें धैर्य और बुद्धिमानी से काम करने की जरुरत है।victim friendly police station

वो कहती है की पुलिस वालों को भी लोगों के प्रति संवेदनशील होकर एक हेल्पफुल नेचर के  साथ लोगों की मदद करनी चाहिए। इस दुनिया में बहुत लोग है पर ईश्वर ने मुझे लोगों की मदद के लिए यहां रखा है । तो ये मेरी जिम्मेदारी है।की मुझे पूरी ईमानदारी अपने कर्तव्य को करना चाहिए।  पुलिस लोगों की मदद के लिये होती हैं। और जो लोग हम से मदद मांगने आते है उनसें अगर हम भी सही से बात नहीं करेगें, डराएंगे धमकायेंगे तो लोग कहां जाएगे। इसलिए हमें धैर्य और बुद्धिमानी से काम करने की जरुरत है।victim friendly police station

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