
भोपाल।भारत में भी आज कल लोग पर्यावरण को लेकर काफी जागरूक हो गए है। साथ ही इको-फ्रेंडली ट्रैवलिंग का ट्रेंड काफी हद तक बढ़ गया है। साथ ही देश की कई जगहों को जहां पर्यटक घूमने आते है उन्हें पर्यावरण के अनुकूल तैयार किया जा रहा है।पर्यटकों और ट्रैवल कंपनियों द्वारा ऐसे विकल्प अपनाए जा रहे हैं जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने मदद करता है।
नेशनल ग्रीन ट्रैवल समिट 2025
हाल ही में आयोजित नेशनल ग्रीन ट्रैवल समिट 2025 में विशेषज्ञों ने बताया कि पिछले एक साल में ई- बाइक और सार्वजनिक परिवहन के उपयोग में 30% की बढ़ोत्तरी देखी गई है। वही होटल उधोग में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला है जहां अब सोलर एनर्जी और वॉटर कंज़र्वेशन तकनीकों को अपनाया जा रहा है।
पर्यावरण संरक्षण
इकोटूरिज्म की बात करें तो इकोटूरिज्म उन जगहों पर जाना है । उन जगहों पर जानें से है जो प्राकृतिक रूप से सुंदर हैं। साथ जो पर्यावरण के प्रति संवेदनशील हैं। जैसे वन्य प्राणी उघान , राष्ट्रीय उघान
पर्यावरण के प्रति जागरूक रहना
यात्रा करते समय पर्यावरण के अनुकूल यात्रा करना चाहिए। चिप्स ,कुरकुरे के पैकेट को कहीं पब्लिक वाली जगहों पर नहीं फेंकना चाहिए।जो चीजें पर्यवारण को नुकसान पहुंचाती हैं, उन चीजों को अवॉइड करना। बता दें,सरकार भी इस बदलाव में अपनी अहम भूमिका निभा रही है। हाल ही में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने ‘सस्टेनेबल टूरिज्म मिशन 2030’ की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य हर पर्यटन स्थल को अगले पांच वर्षों में हरित पर्यटन केंद्र बनाना है।