माना ढाबा: रायसेन के माना की प्रसिद्ध खीर, शिवराज सिंह चौहान भी हैं इस खीर के दीवाने

भोपाल।मीठा खाना बहुत से लोगों को पसंद नहीं होता। लेकिन माना ढाबा की खीर का नाम सुनते ही हर किसी के मुंह में पानी आ जाता है। इस खीर के दीवाने तो पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान भी हैं। जो यहां स्कूटर से खीर खाने आते थे।यह खीर भोपाल के रायसेन रोड पर स्थित माना गांव के माना ढाबे पर मिलती है। इस खीर को ढाबे पर बनते -बनते 50 से भी ज्यादा साल हो गए हैं। 50 सालों में अभी तक बहुत कुछ बदला लेकिन नहीं बदला तो केवल इस खीर का स्वाद,जो आज भी बिल्कुल वैसा का वैसा ही है। जैसा 50 साल पहले था। पहले यह खीर 50 पैसे में मिलती थी लेकिन अब इसे खाने के लिए आपको 40 रु. खर्च करने पड़ेंगे।
खीर के पीछे की कहानी
कहा जाता है भोपाल से रायसेन 40 किलों मीटर की दूरी पर है।साथ ही बीच में यहां बेतवा नदी पड़ती है। बरसात के मौसम में यहां कभी -कभी बेतवा नदी उफान पर होती थी। और भोपाल से रायसेन जाने -आने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाता था। ऐसे में यहां से आने-जाने वाले कई रहगीर ट्रक ड्राइवर खाने पीने के लिए काफी परेशान होते थे। इस परेशानी को देखते हुए।
1972 में एक महाराज ने यहां पर एक टपरी में ढ़ाबा शुरू किया। इस ढाबे पर खाने की तो अच्छी सुविधा थी। लेकिन मीठे में क्या परोसा जाए इसको लेकर बड़ी उलझन थी। क्योंकि खाने के साथ मीठा होना भी जरूरी था।
इस परेशानी का हल निकलते हुए एक दिन 2-3 लीटर दूध में1किलों चावल और चीनी मिला कर खीर बना दी। यह खीर लोगों को इतनी पसंद आई की लोगों की यह खीर पहली पसंद बन गई। तब से अब तक यह खीर पूरे भोपाल में ही नहीं बल्कि यहां से गुजरने वाले हर व्यक्ति की पहली पसंद बन गई है।