Prof. Azhar Hashmi Passed Away : मुझे राम वाला हिंदुस्तान चाहिए :अजहर हाशमी

भोपाल।कल मंगलवार की शाम प्रख्यात गीतकार ,साहित्यकार कवि प्रो. अजहर हाशमी का निधन हो गया है। आज सुबह उनके पैतृक गांव पिड़ावा में उनका अंतिम संस्कार किया गया। वो कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके पार्थिक शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके पैतृक निवास में रखा गया था।
प्रो. अजहर हाशमी की रचनाएं
अगर हम अजहर हाशमी की रचनाओं के बारे में बात करें तो, उनकी सबसे प्रसिद्ध कविता जिसके द्वारा उन्हें प्रसिद्धि मिली। वह थी मुझे राम वाला हिंदुस्तान चाहिए, बेटियां पावन कविता वही उन्होंने जो किताबे लिखी है वो बंधु , सृजन के सहयात्री , मैं भी खाऊं तू भी खां, अपना गणतंत्र है ।
प्रो. अजहर हाशमी का जन्म और शिक्षा
प्रो. अजहर हाशमी का जन्म 13 जनवरी 1950 को पिड़ावा में सूफी परिवार में हुआ था।अगर उनकी प्रारम्भिक शिक्षा की अगर बात करें तो उनकी प्रारम्भिक शिक्षा पिड़ावा में हुई और उच्च शिक्षा उज्जैन में हुई थी।