धर्म/अध्यात्म

Janmashtami पर होगा बांकेबिहारी का विशेष श्रंगार, रात 2 बजे से शुरु होंगे दर्शन

जन्माष्टमी का त्योहार इस साल 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। वृंदावन में जन्माष्टमी की तिथि भी 16 अगस्त ही निर्धारित की गई है।

भोपाल। जन्माष्टमी का त्योहार इस साल 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। वृंदावन में जन्माष्टमी की तिथि भी 16 अगस्त ही निर्धारित की गई है। इस दिन बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती रात के 2 बजे के आसपास होगी और सुबह 6 बजे तक दर्शन जारी रहेंगे।

जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त

  • पूजा का शुभ मुहूर्त: 16 अगस्त को रात 12:04 मिनट से 12:47 मिनट तक (कुल अवधि 43 मिनट)
  • मध्यरात्रि का विशेष क्षण: 12:26 बजे
  • चंद्रोदय का समय: रात 11:32 बजे

हालांकि पूजन मुहूर्त अलग—अलग विद्वान अलग—अलग गणना के अनुसार बता रहे हैं।

वृंदावन में जन्माष्टमी की स्टोरी

वृंदावन में जन्माष्टमी का त्यौहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन बांके बिहारी मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है और मध्यरात्रि में अभिषेक किया जाता है। भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने के लिए भक्त गीत गाते हैं और मिठाइयां, फल, खिलौने आदि बांटते हैं। अगले दिन नंदोत्सव मनाया जाता है, जिसमें भक्त और पुजारी वृंदावन में जन्माष्टमी के दिन बांके बिहारी मंदिर को फूलों, पर्दों और दीपों से सजाते हैं।

रात के 2 बजे के आसपास दर्शन शुरू कर दिए जाते हैं और सुबह 6 बजे तक यह जारी रहता है। वहीं, सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर मंगला आरती की जाती है, जो साल में केवल एक जन्माष्टमी के दिन होती है। मंगला आरती के बाद सुबह 5 बजे बिहारीजी को भोग लगाया जाता है। वहीं, 6 बजे के बाद दर्शन बंद कर दिए जाते हैं। बता दें कि इस दिन बिहारीजी एक समय के लिए जागते हैं और उसी समय मंगला आरती की जाती है। बता दें कि इस आरती का समय ग्रह नक्षत्र देखकर रखा जाता है।

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