सावन मास : सावन में भूलकर भी न चढ़ाए शिव को ये चीजें,नहीं तो शिव हो जाएंगे नाराज…

भोपाल।सावन का महीना शिव को समर्पित होता है। माना जाता है सावन के महीने में शिव की पूजा करने से सारी मनोकामना पूर्ण होती है। सावन में शिव को भांग, बेल पत्र, धतूरा, शमी चढ़ाना शुभ माना जाता है, इस से शिव प्रसन्न होते है। वही दूसरी तरफ सावन में शिव को भूलकर भी कुछ चीजों को नहीं चढ़ाना चाहिए, नहीं तो शिव नाराज हो जाते हैं। आज इसके बारे में जानेंगे।
हल्दी
वैसे तो हिंदू धर्म के अनुसार पूजा -पाठ में हल्दी बहुत शुभ मानी जाती है।लेकिन शिव को कभी भी हल्दी अर्पित नहीं की जाती है। क्योंकि इससे शिव नाराज हो जाते है। शिव त्यागी और वैरागी है और हल्दी इसके विपरीत महिलाओं के श्रृंगार में काम आती यह सांसारिक सुखों को दर्शाती है।इसलिए शिव को हल्दी नहीं चढ़ना चाहिए।
तुलसी
जहां एक तरफ विष्णु को तुलसी अति प्रिय है तो वहीं दूसरी तरफ शिव को तुलसी चढ़ाने एक दम माना किया जाता है इसके पीछे का कारण तुलसी का पूर्व जन्म है। तुलसी के पूर्व जन्म में तुलसी का नाम वृंदा था। और वो जालंधर की पत्नी थी। शिव ने राक्षस जालंधर का वध कर दिया था। जिस कारण तुसली ने खुद को शिव की पूजा से वंचित कर दिया था। इस लिए शिव को तुलसी नहीं चढ़ाई जाती ।
शंख अभिषेक
अगर देखा जाए तो शंख बजाना और शंख से देवी देवताओं का अभिषेख करना शुभ माना जाता है लेकिन शिव को कभी भी भूलकर भी शंख से अभिषेक न करें ,क्योंकि शंख से अभिषेक करने से शिव नाराज हो जाते हैं। क्योंकि एक शंखचूड नाम के एक राक्षस से सभी देवता परेशान थे। तब शिव ने अपने त्रिशूल से शंखचूड का वध कर दिया इससे वह पूरी तरह भस्म हो गया । कहा जाता है उसी भस्म से शंख की उत्पत्ति हुई इसी कारण से शिव को कभी भी शंख से जल नहीं चढ़ाया जाता।
सिंदूर (रोली )
शिव को सिंदूर रोली नहीं चढ़ानी चाहिए। नहीं तो शिव नाराज हो जाते है। क्योंकि शिव वैरागी हैं और सिंदूर महिलाओं का श्रृंगार होता है इस लिए शिवलिंग को रोली नहीं चढ़ानी चाहिए।