सावन का पहला सोमवार आज, इस बार पड़ेंगे चार

भोपाल। भगवान शिव को आदिश्वर और आदिगुरु भी कहा गया है। इसके अलावा उन्हें आदिदेव और महादेव भी कहा जाता है। भगवान महादेव के अनेक नाम एवं स्वरूप हैं, इसी प्रकार सोमवार उनका प्रिय दिवस एवं सावन उनका प्रिय माह माना जाता है। इस बार सावन सोमवार 14 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस वर्ष 2025 में चार सोमवार पड़ रहे हैं।
हालांकि पूरे दिन शिव पूजन किया जा सकता है, लेकिन विशेष फल की प्राप्ति के लिए शुभ मुहूर्तों में जलाभिषेक करना उत्तम माना गया है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.11 से 04.52 बजे तक रहेगा, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:59 से 12:55 बजे तक रहेगा। इसके साथ ही प्रदोष काल भी जलाभिषेक के लिए यह शुभ माना जाता है।
भगवान शंकर की परंपरा को उनके शिष्यों बृहस्पति, विशालाक्ष (शिव), शुक्र, सहस्राक्ष, महेन्द्र, प्राचेतस मनु, भरद्वाज, अगस्त्य मुनि, गौरशिरस मुनि, नंदी, कार्तिकेय, भैरवनाथ आदि ने आगे बढ़ाया। इस परंपरा में सबसे बड़ा नाम आदिगुरु भगवान दत्तात्रेय का आता है। दत्तात्रेय के बाद आदि शंकराचार्य, मत्स्येन्द्रनाथ और गुरु गुरुगोरखनाथ का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।