नई तबादला नीति के तहत सरकार के विभिन्न विभागों में हुए ट्रांसफर,न्यू पोस्टिंग पर ज्वाइनिंग के बाद भी पुरानी सीट पर कर रहें कार्य…
नई तबादला नीति के तहत सरकार के विभिन्न विभागों में स्थानांतरित किए गए अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी नई नियुक्तियों पर कार्यभार ग्रहण कर लिया है। लेकिन संस्कृत अकादमी के कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं जिन्होंने नई पदस्थापना पर ज्वाइन तो कर लिया है, मगर इसके बावजूद वे अब भी अपने पुराने कार्यालय में डटे हुए हैं और यथावत कार्य कर रहे हैं।

भोपाल। MP में नई तबादला नीति के तहत सरकार के विभिन्न विभागों में ट्रांसफर हुए, अधिकारियों और कर्मचारियों ने नई पोस्टिंग पर ज्वाइन भी कर लिया लेकिन संस्कृत अकादमी के कई कर्मचारी ऐसे हैं जो नई पदस्थापना पर ज्वाइनिंग देने के बाद भी पुरानी सीट पर जमे हुए हैं और काम कर रहे हैं, जबकि इनके ट्रांसफर हुए डेढ़ महीने से ज्यादा का समय हो गया है। पुरानी सीटों का मोह इस कदर है कि शासन के निर्देश के बाद भी हिलने के लिए तैयार नहीं है। स्थिति यह है कि उप संचालक डा. पूजा शुक्ला को रिमांइडर लिखना पड़ा

लेकिन आदेश का पालन नहीं हो सका है। सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के कई वर्षों से एक ही सीट पर जमे कुछ कर्मचारियों को पहली बार स्थानांतरित किया गया है। इनमें उर्मिला पारखे को जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी से संस्कृति परिषद, विनोद गुर्जर को जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी से उस्ताद अलाउद्दीन खा संगीत एवं कला अकाडमी, प्रवीण गावानडे को जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी से साहित्य अकादमी और वीनू वर्मा का तबादला संस्कृति परिषद से जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी में किया गया है। जबकि 16 वर्ष से अधिक समय से सिंधी साहित्य अकादमी में जमे परसराम मीरचंदानी को पंजाबी साहित्य अकादमी स्थानांतरित किया गया है।
