धर्म/अध्यात्म
Lunar Eclipse 2025 : कल लगेगा चांद पर ग्रहण,जानिए सूतक के दौरान क्या करें और क्या न करें…

भोपाल। सितंबर माह की सात तारीख को चंद्रग्रहण है जो तीन घंटा तीस मिनट तक रहेगा। इस दौरान कुछ नियम हैं जो हिंदू धर्म के अनुसार नहीं किए जाते और वैज्ञानिक भी इनसे बचने की सलाह देते हैं। इसे सामान्य रूप से सूतक के नियम कहा जाता है।
सूतक एक पारंपरिक धार्मिक अवधारणा है, जिसमें किसी परिवार में जन्म या मृत्यु के बाद कुछ दिनों तक विशेष धार्मिक और सामाजिक प्रतिबंधों का पालन किया जाता है। सूतक के दौरान क्या करें और क्या न करें, यह कुछ इस प्रकार है।
क्या करें:
- पूजा-पाठ: सूतक के दौरान पूजा-पाठ करना आवश्यक है, लेकिन कुछ विशेष नियमों का पालन करना होता है।
- धार्मिक अनुष्ठान: सूतक के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करना चाहिए, जैसे कि हवन, यज्ञ आदि।
- पवित्रता का ध्यान: सूतक के दौरान पवित्रता का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि स्नान करना, पवित्र वस्त्र पहनना आदि।
- दान-पुण्य: सूतक के दौरान दान-पुण्य करना अच्छा माना जाता है, जैसे कि गरीबों को भोजन या वस्त्र दान करना।
क्या न करें:
- धार्मिक कार्यों में भाग न लें: सूतक के दौरान धार्मिक कार्यों में भाग लेना वर्जित माना जाता है, जैसे कि मंदिर में जाना, पूजा में भाग लेना आदि।
- सामाजिक आयोजनों में भाग न लें: सूतक के दौरान सामाजिक आयोजनों में भाग लेना वर्जित माना जाता है, जैसे कि शादी, पार्टी आदि।
- अशुद्ध वस्तुओं का सेवन न करें: सूतक के दौरान अशुद्ध वस्तुओं का सेवन करना वर्जित माना जाता है, जैसे कि मांस, मदिरा आदि।
- अनावश्यक यात्रा न करें: सूतक के दौरान अनावश्यक यात्रा करना वर्जित माना जाता है, जैसे कि लंबी दूरी की यात्रा करना आदि।
सूतक के नियम
यह ध्यान रखें कि सूतक के नियम और अवधि विभिन्न धर्मों और समुदायों में अलग-अलग हो सकते हैं। इसलिए, अपने धर्म और समुदाय के अनुसार सूतक के नियमों का पालन करना चाहिए।