म्यांमार में हिंसा के बाद 2017 में बांग्लादेश भागकर आए रोहिंग्या मुसलमान को लेकर मोहम्मद यूनुस ने कहा…

नई दिल्ली।म्यांमार में हिंसा के बाद बांग्लादेश भागकर आए रोहिंग्या मुसलमान को लेकर बांग्लादेश के Chief Advisor मोहम्मद यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों का पालन-पोषण करना मुश्किल होता जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि अभी हाल में बांग्लादेश में लगभग 13 लाख से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थियों की संख्या है।
बांग्लादेश के साथ ही यह पूरे विश्व के लिए भी एक बड़ी गंभीर समस्या है। सभी देशों को एक साथ आकर इस मुद्दे को सुलझना चाहिए।और रोहिंग्या समुदाय के लोगों को उनके घर फिर से भेजने में मदद करनी चाहिए।
रोहिंग्या मुसलमान कौन हैं
रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार के रखाइन राज्य में रहने वाला एक जातीय मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय है। म्यांमार सरकार उन्हें नागरिक नहीं मानती,और उन्हें बांग्लादेश से आए अवैध प्रभावी मानते हैं जिससे वे दशकों से भेदभाव और हिंसा का शिकार हैं। 2017 में व्यापक अत्याचारों के बाद लाखों रोहिंग्या शरणार्थी बनकर बांग्लादेश गए।
जहां उस समय बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उस समय लगभग 70 हजार रोहिंग्या मुसलमान को कॉक्स बाजार में शरण दी थी। यूएन के मुताबिक रोहिंग्या मुसलमान दुनिया के सबसे उत्पीड़ित अल्पसंख्यक माने जाते हैं।