धर्म/अध्यात्म
BHOPAL : वक्रतुंण्ड, विघ्नहर्ता, संकटमोचन के सुंदर रूप

भोपाल। राजधानी में गणपति झांकी एक प्रमुख आकर्षण है, जो शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थापित की जाती है। इस वर्ष भी प्रतिवर्ष की भांति ही सुंदर स्वरूपों में बप्पा को विराजमान किया गया है।
- पीपल चौक झांकी: यह झांकी 1947 से स्थापित की जा रही है, जो इसे भोपाल की सबसे पुरानी और प्रमुख झांकियों में से एक बनाती है। इस झांकी में भगवान गणेश को 100 किलो चांदी के आभूषणों से सजाया जाता है, और उनके साथ ऋद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ की प्रतिमाएं भी होती हैं।
- न्यू मार्केट झांकी: यह झांकी लालबाग के राजा के रूप में जानी जाती है और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है।
- कोलार झांकी: यहाँ बीमा कुंज में लालबाग के राजा के लिए जयपुर के हवा महल की तर्ज पर झांकी तैयार की जाती है, जिसमें 14 फीट ऊंची प्रतिमा होती है।
- अन्य झांकियां: शहर में लगभग 4000 जगहों पर गणपति झांकियां स्थापित की जाती हैं, जिनमें से 250 बड़ी और भव्य झांकियां होती हैं। इन झांकियों में भगवान गणेश के विभिन्न रूपों को प्रदर्शित किया जाता है, जैसे कि श्रीराम, मां काली, केदारनाथ और बालाजी ।





