भारत, पाकिस्तान के खिलाफ T-20 मैच का बहिष्कार क्यों नहीं कर रहा? छिड़ी तीखी बहस
भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ ही महीने बाद हो रहा है, जिसमें 26 भारतीय पर्यटक मारे गए थे।
नई दिल्ली। एशिया कप 2025 में रविवार को दुबई में होने वाले भारत बनाम पाकिस्तान मैच ने तीखी राजनीतिक बहस छेड़ दी है और जनमत विभाजित कर दिया है। विपक्षी दलों और पहलगाम हमले के पीड़ितों के परिवारों ने मैच के बहिष्कार की मांग की है, जबकि भाजपा और केंद्रीय मंत्रियों ने अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत मैच को अपरिहार्य बताया है।
यह मुकाबला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ ही महीने बाद हो रहा है, जिसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 26 भारतीय पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस घटना ने पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के खेल संबंध रखने के खिलाफ गुस्से को हवा दी है।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह जान गंवाने वालों की बजाय क्रिकेट से होने वाले राजस्व को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने पूछा, “जब प्रधानमंत्री ने कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, तो बीसीसीआई को एक क्रिकेट मैच से कितना पैसा मिलेगा—2,000 करोड़, 3,000 करोड़? क्या पैसा 26 नागरिकों की जान से ज़्यादा कीमती है?”
पीड़ितों के परिवारों ने भी यही भावना व्यक्त की। हमले में मारे गए लोगों में से एक की विधवा ऐशन्या द्विवेदी ने देशव्यापी बहिष्कार का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “बीसीसीआई को यह मैच स्वीकार नहीं करना चाहिए था। पाकिस्तान इस पैसे का इस्तेमाल किस काम के लिए करेगा—फिर से आतंकवाद के लिए? अपने टीवी बंद करो, इस मैच का बहिष्कार करो।”



