Navratri 2025 : जानें,नवरात्रि में क्यों जरूरी है कलश स्थापना?
भोपाल।हिन्दूओं की आस्था और श्रृद्धा का प्रतीक नवरात्री का पर्व आने ही वाला है।इन नौ दिनों में मां दुर्गा की अलग -अलग रूपों में पूजा -अर्चना कि जाती है।और मां के भक्त नौ दिन मां दुर्गा के लिए पूरी श्रृद्धा और भक्ति से व्रत रखते हैं।नवरात्री के पहले दिन मां दुर्गा की कलश स्थापना की जाती है। क्या आपको पता है कि आखिर क्यों की जाती है मां दुर्गा की कलश स्थापना? हिंदू शास्त्रों में क्यों है ये इतना महत्वपूर्ण? चलिए जानते हैं।
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार कलश को श्री विष्णु का रूप माना जाता है इस लिए मां दुर्गा की पूजा से पहले कलश स्थापना की जाती है।जिस जगह कलश स्थापना की जाती है उस जगह को पहले गंगा जल से शुद्ध किया जाता है। कलश को पांच प्रकार के पत्तों से सजाया जाता है।उसमें हल्दी की गांठ सुपारी ,दूर्वा को रखकर देवी देवताओं को आमंत्रित किया जाता है।
कलश के नीचे बालू से एक वेदी बनाई जाती है।और उसमें जौ बोई जाती है यह जौ मां अन्नपूर्णा को प्रसन्न करने बोई जाती है।और कलश के पास मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाती है।
कब है नवरात्रि कलश स्थापना
इस बार 22 सितंबर से नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है।कलश स्थापना के मुहूर्त की बात करें तो हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विन मास की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि 1.23 से प्रारंभ होगी जो कि 2.55 तक रहेगी।



