धर्म/अध्यात्ममध्यप्रदेश
Vijayadashami : दशहरा को पसरा रहता है गांव में सन्नाटा
विदिशा। पूरे देश में जब दशहरा पर रावण दहन की तैयारी हो रही होती है, उस समय इस गांव में मातम पसर जाता है. कई महिलाएं तो इस दिन मंदिर में जाकर रोने लगती हैं. गांव के लोग भी कहीं बाहर नहीं जाते. विजयदशमी की शाम को इस मंदिर में एक भंडारे का आयोजन किया जाता है. ये देखने के लिए वहीं दूर-दराज से ग्रामीण भी पहुंचते हैं. साथ ही पुलिस का अमला भी तैनात रहता है.
आमतौर पर रावण को लोग राक्षस मानते हैं, लेकिन इस गांव में रावण को देव मानते हैं. यहां रावण की पूजा आरती की जाती है. गांव में लोगों की रावण के प्रति भक्ति कुछ इस तरह देखने को मिलती कि जय रावण, जय लंकेश और जय रावण बाबा लोग अपने शरीर, दुकान, घर, वाहन पर लिखवाए हुए दिखते हैं. रावन गांव के लोग रावण को प्रथम पूज्यनीय मानते हैं.



