विष्णु पुराण, कूर्म पुराण और मार्कंडेय पुराण में है वर्णन
यमुना हिंदू धर्म में एक पवित्र और गंगा नदी की मुख्य सहायक नदी है। नदी को यमुना नामक एक हिंदू देवी के रूप में भी पूजा जाता है। यमुना को प्रारंभिक ग्रंथों में यमी के रूप में जाना जाता है, जबकि बाद के साहित्य में उसे कालिंदी कहा जाता है। इन्हें यमराज की बहन भी कहा गया है। उसी यमुना नदी की आज दिल्ली में हालत देखकर कोई भी हैरान हो सकता है। एक पौराणिक नदी में एक बार फिर प्रदूषण की वजह से सफेद जहरीला झाग देखने मिल रहा है। छठ पूजा पर बड़ी संख्या में लोग यहां पूजा करने एकत्रित होते हैं, लेकिन नदी की ऐसी हालत है कि किसी के लिए भी यहां आचमन के लिए भी जल का इस्तेमाल करना हानिकारक हो सकता है।Yamuna River
आपको बता दें कि यमुना या यम और यमी की कहानी का वर्णन विष्णु पुराण, कूर्म पुराण और मार्कंडेय पुराण में अलग-अलग घटनाओं के संदर्भ में हुआ है। दीपावली के बाद पड़ने वाली यम द्वितीया के दिन का काफी महत्व है। इस दिन भाई-बहन के एक साथ यमुना स्नान का महत्व है और नदी किनारे ही कुछ भोजन बनाकर खिलाने की मान्यता है। उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में ये परंपरा चली आ रही है।Yamuna River