पद्मश्री तैराक बुला चौधरी के पदक बंगाल स्थित पैतृक घर से चोरी
पद्मश्री पुरस्कार विजेता बुला चौधरी ने कहा कि चोरों ने उनके बंगाल स्थित घर से सभी स्मृति चिन्ह चुरा लिए, लेकिन उनके अर्जुन पुरस्कार और तेनजिंग नोर्गे पदक छोड़ गए।

कोलकाता। पद्मश्री पुरस्कार विजेता पूर्व तैराक बुला चौधरी ने कहा कि चोरों ने पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में स्थित उनके पैतृक घर से पदक और स्मृति चिन्ह चुरा लिए हैं।
चौधरी ने शुक्रवार को पीटीआई-भाषा को बताया, “चोरों ने मेरे जीवन भर की कड़ी मेहनत और लगन से कमाया हुआ सब कुछ छीन लिया है। SAAF खेलों में जीते गए छह स्वर्ण पदक और पद्मश्री ब्रोच सहित सभी पदक चोरी हो गए हैं।”
पूर्व तैराक ने आरोप लगाया कि चोरों ने सभी स्मृति चिन्ह भी चुरा लिए, लेकिन अर्जुन पुरस्कार और तेनजिंग नोर्गे पदक छोड़ गए। उन्होंने कहा, “शायद उन्होंने अर्जुन पुरस्कार और तेनजिंग नोर्गे पदकों को नहीं पहचाना, क्योंकि वे आकार में छोटे थे।”
चौधरी ने आरोप लगाया कि उनके हिंदमोटर स्थित आवास पर यह तीसरी चोरी थी, जहाँ ताला लगा रहता था और वह समय-समय पर वहाँ जाती रहती थीं।
वर्तमान में कोलकाता के कस्बा इलाके में अपने परिवार के साथ रह रही चौधरी के पैतृक घर की देखभाल उनके भाई मिलन चौधरी करते हैं, जो कुछ दूरी पर रहते हैं और कभी-कभी घर का जायज़ा लेने आते हैं।
पुलिस ने बताया, “स्वतंत्रता दिवस पर, जो छुट्टी का दिन था, मिलन अपनी बहन के कहने पर घर की सफाई करने गए थे। अंदर घुसते ही उन्हें पिछला दरवाज़ा टूटा हुआ और कमरों में तोड़फोड़ देखकर सदमा लगा।”
चौधरी, जो खबर मिलते ही कोलकाता से उत्तरपाड़ा पहुँचीं, ने याद किया कि पहले भी चोरियाँ हुई थीं और आरोप लगाया कि हालाँकि पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन कोई उचित जाँच नहीं की गई।
उन्होंने कहा, वे पदक क्यों ले रहे हैं? उन्हें उनके बदले कोई पैसा नहीं मिलेगा। वे मेरे जीवन की अनमोल धरोहर हैं, मेरे करियर का फल हैं। मेरे घर को हर बार इसलिए निशाना बनाया जाता है क्योंकि वह खाली रहता है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।