धर्म/अध्यात्म

सावन मास : मंडला के हिरदेननगर गांव में मिलते हैं अद्भुत चमत्कारी 21 दल वाले बेलपत्र…

21 दल वाले बेलपत्र चढ़ाने से होते है शिव प्रसन्न, यहां मिलते हैं 21 दल वाले बेलपत्र...

मंडला।सावन का पवित्र महीना चल रहा है। और महीना पूरी तरह शिव को समर्पित होता है। माना जाता की इस महीने में शिव को बेल पत्र अर्पण करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस से शिव अति प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है कि शिव के बेलपत्र शिव के तीन नेत्रों को दर्शाता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि बेलपत्र के तीनों पत्तों में, तीनों देव यानी ब्रह्मा, विष्णु,महेश वास करते हैं।

वहीं अभी तक आपने केवल तीन पत्र वालें ही बेल पत्र देखे होंगे, लेकिन मध्य प्रदेश के मंडला जिले में बेल पत्र का एक ऐसा पेड़ है जिसमें बेल पत्र के तीन पत्तों से लेकर 21 पत्ते पाए जाते हैं। जी हां यह अपने आप में एक अद्भुत बात है। साथ ही पेड़ में बेल का फल नहीं लगता।

कहा जाता है कि जब भी तीन ग्रुप वाले बेल पत्र की जगह अगर आप और ज्यादा ग्रुप यानी 21 पत्तों वाले बेलपत्र को तोड़कर शिव को चढ़ना चाहते हैं तो “आह्वाहन” यानी बुलावा या निमंत्रण देना पड़ता उसके बाद जितनी पत्ती तोड़नी होती है उतनी पत्ती की विनती कर, बेलपत्र के पेड़ को एक नरियल चढ़ाया जाता है। उसके बाद जितने बेलपत्र आपने तोड़ने की बोला था, उतने बेलपत्र तोड़ सकते हैं।

अगर इस बेलपत्र के पेड़ के इतिहास की बात करें तो यह 150 वर्ष पुराना है। जो कि हिरदेननगर गांव के एक मिश्रा परिवार की शिव वाटिका में लगा हुआ है।कहा जाता है यह पेड़ मिश्रा परिवार के पूर्वज नेपाल से लाए थे। मान्यता है सच्चे दिल से अगर शिव को इस पेड़ के बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं तो शिव प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button