Independence Day : स्वतंत्र भारत में पहली बार ध्व्जारोहण किसने किया ,ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या अंतर है?
भोपाल। आज 15 अगस्त 2025 में भारत को आजाद हुए 78 साल पूरे हो चुके हैं। इस बार हम 2025 में 79 वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहे हैं। पर क्या आपको ध्वजारोहण और झंडा फहराने में अंतर मालूम है अगर नहीं तो, चालिए जानते हैं ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या अंतर है, साथ ही यह भी जानेंगे की स्वतंत्र भारत में पहली बार झंडा किसने फहराया था?
ध्वजारोहण प्रधानमंत्री के द्वार 15 अगस्त के दिन किया जाता है जबकि 26 जनवरी संविधान लागू वाले दिन राष्ट्रपति के द्वारा झंडा फहराया जाता है।
हर साल 15 अगस्त पर प्रधान मंत्री के द्वारा लाल किले पर ध्वजारोहण किया जाता है। अगर ध्वजारोहण के इतिहास की बात करें तो भारत को जब अंग्रेजों से आजादी मिली तो 15अगस्त 1947 में ब्रिटिश झंडे को नीचे उतार कर हमारे भारत का तिरंगा झंडा को ऊंचाई पर लगाकर ध्वजारोहण किया था। जब से हमेशा 15 अगस्त पर देश के प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है।
26 जनवरी को राष्ट्रपति के द्वार झंडा फहराया जाता है। जब हम तिरंगा को फहराते हैं तो इसे पहले ही से खंभे पर बंध दिया जाता है जिसमें पुष्प भी होते हैं। जब तिरंगा फहराया जाता है जब फूल बरसते हैं। और तिरंगा फहराया जाता है।
पहली बार आजाद भारत देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ध्वजारोहण किया था जब भारत के आजाद होने की घोषणा हुई उस समय प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने देश को संबोधित किया और पहली बार आजाद भारत में ध्वजारोहण किया।



