October 18, 2024

Ujjain: ”श्रावण महोत्सव 2024” में शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य से होगी भगवान महाकाल की स्तुति

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के तृतीय आयोजन में शनिवार 10 अगस्त को प्रख्यात कलाकार देंगे अपनी प्रस्तुति

Ujjain: श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति द्वारा इस वर्ष 19 वॉ अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव “शिवसंभवम” 2024 का आयोजन किया जा रहा हैं। इस आयोजन में शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य से भगवान् श्री महाकालेश्वर की वंदना में राष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देकर महाकाल आराधना करेंगे |

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री मृणाल मीना ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 10 अगस्त 2024 शनिवार को 19 वॉ अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव “शिवसंभवम” 2024 का तृतीय आयोजन श्री महाकालेश्वर मंदिर के निकट ‍महाकाल महालोक स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय सभागृह, जयसिं‍ह पुरा उज्जैन में शाम 7 बजे किया जाएगा |

कला साधकों के इस प्रस्तुति समागम के तृतीय शनिवार को सुश्री सुचेता गांगुली, कोलकाता का शास्त्रीय गायन, सुश्री श्रीवल्ली एवं समूह , हैदराबाद का मोहिनीअट्टम तथा सुश्री अनन्या गौड़, उज्जैन की कथक नृत्य की कथक प्रस्तुतियां होगी |

कलाकार परिचय

सुश्री सुचेता गांगुली, कोलकाता – सुचेता गांगुली ने अपने संगीत की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता श्री भजन कृष्ण गांगुली से प्राप्त की | इसके बाद आपने विष्णुपुर घराने के सुजीत गांगुली से संगीत सीखा। आपने एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय से संगीत में स्नातकोत्तर किया। भारत के माननीय महामहिम राष्ट्रपति द्वारा आपको संगीत में पुरस्कार प्रदान किया गया है । आप गुरु विदुषी पद्मविभूषण गिरिजा देवी की शिष्या भी हैं, जिनसे आपने ठुमरी और दादरा सीखा। आप अपनी मधुर आवाज और शास्त्रीय तथा अर्ध-शास्त्रीय संगीत दोनों में सम्मोहक प्रस्तुति के लिए जानी जाती हैं।

सुश्री श्रीवल्ली एवं समूह , हैदराबाद – डॉ. के. श्रीवल्ली भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, कथक, ओडिसी और मणिपुरी शास्त्रीय नृत्य कला में पारंगत है। कला गुरु श्रीवल्ली ने पूरे भारत में अपने नृत्य की सम्मोहक प्रस्तुतियां दी हैं, जिनमें मधुरा मीनाक्षी मंदिर, वडकुनाथन, केदारनाथ, निशागंधी नृत्य महोत्सव, तिरुवनंतपुरम, मोढेरा सूर्य मंदिर महोत्सव गुजरात, मामल्लापुरम महोत्सव, तमिलनाडु आदि हैं |

सुश्री अनन्या गौड़, उज्जैन – सुश्री अनन्या गौड़ ने शास्त्रीय कथक नृत्य का प्रारंभिक प्रशिक्षण प्रतिभा संगीत कला संस्थान, उज्जैन (म. प्र.) में गुरु श्रीमति पद्मजा रघुवंशी और श्रीमति प्रतिभा रघुवंशी एलची के मार्गदर्शन में प्राप्त किया। वर्तमान में अनन्या कथककेंद्र, नई दिल्ली में जयपुर घराने के वरिष्ठ गुरु पं. राजेंद्र कुमार गंगानी जी के सानिध्य में आगे का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। अनन्या को अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है जिनमे नटवर गोपी कृष्ण अवॉर्ड, भिलाई, मालवा के फनकार, उज्जैन, ब्रज तेजस्विनी सम्मान, मथुरा, राधा रानी सम्मान, आगरा, राज़ी वक्त स्मृति सम्मान, उज्जैन प्रमुख हैं I

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