नवरात्र 22 से, पंडालों में होने लगा माता का स्वागत

भोपाल। इस वर्ष की शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर (सोमवार) से आरंभ हो रही है। इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू हो गई हैं। शहर में कई स्थानों पर माता की प्रतिमा की स्थापना हो चुकी है वहीं कई जगहों पर बड़े—बड़े पंडाल लगाए जा रहे हैं। कहीं सिंगापुर की झांकी बन रही है तो कहीं जगन्नाथपुरी मंदिर की झलक है। देवी आराधना के पर्वों में सबसे महत्वपूर्ण शारदेय नवरात्र का उत्साह दूर—दूर तक लोगों में देखने मिल रहा है।
स्थापना मुहूर्त (घटस्थापना / कलश स्थापना) के लिए शुभ मुहूर्त है सुबह 6:09 से सुबह 8:06 बजे तक
नौ देवी और उनकी स्थापना दिवस
दिन तिथि देवी का रूप
प्रथम 22 सितंबर मां शैलपुत्री (Shailputri)
द्वितीय 23 सितंबर माँ ब्रह्मचारिणी (Brahmacharini)
तृतीय 24 सितंबर माँ चन्द्रघंटा (Chandraghanta)
चतुर्थ 25 सितंबर माँ कूष्मांडा (Kushmanda)
पंचम 26 सितंबर माँ स्कन्दमाता (Skandamata)
षष्ठ 27 सितंबर माँ कात्यायनी (Katyayani)
सप्तम 28 सितंबर माँ कालरात्रि (Kalaratri)
अष्टम 29 सितंबर माँ महामाया / महागौरी (Mahagauri)
नवम 30 सितंबर माँ सिद्धिदात्री (Siddhidatri)
माता के पूजन के दौरान नवरात्रि फूल, अक्षत, सिंदूर, नैवेद्य आदि अर्पित करें। यह माँ दुर्गा की 9 शक्तियों का पूजन माना जाता है।



