राहुल गांधी को यह भी नहीं पता संविधान 1947 में नहीं बना : सुधांशु त्रिवेदी
प्रधानमंत्री मोदी ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में इसलिए मनाया

नई दिल्ली। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में इसलिए मनाया ताकि ऐसे गुमराह युवा इसे समझ सकें।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भारतीय संविधान पर अपनी टिप्पणियों से एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण दस्तावेज “हजारों साल पुराना” है और इसमें बीआर अंबेडकर, महात्मा गांधी, गुरु नानक, जवाहरलाल नेहरू और संत कबीर के विचार शामिल हैं।
राहुल गांधी की टिप्पणियों की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ी आलोचना की है। नेताओं ने कहा कि यह देश के लिए शर्मनाक है क्योंकि किसी अन्य विपक्षी नेता ने ऐसा कुछ नहीं किया है।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह देश को “अपने ‘ज्ञान’ से हैरान और अवाक छोड़ गए हैं।”
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी को यह भी नहीं पता कि संविधान 1947 में नहीं बना था, तब केवल संविधान सभा की कार्यवाही शुरू हुई थी। 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंतिम रूप दिया गया था और इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस दिन को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया। त्रिवेदी ने कहा, “ऐसे गुमराह युवाओं को समझाने के लिए संविधान दिवस की आवश्यकता थी और कांग्रेस ने संविधान दिवस का स्वागत नहीं किया और अप्रत्यक्ष रूप से इसका विरोध किया।”