Raksha Bandhan 2025 : रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है, पहली बार राखी कब बांधी गई थी…
रक्षा बंधन का त्योहार भाई बहन के प्रेम को दर्शाता है,भाई बहन का रिश्ता बहुत ही पवित्र माना जाता है चलिए जानते हैं रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है...

भोपाल।राखी भाई -बहन का का त्यौहार, भाई बहन का रिश्ता जितना खास होता है, उतना ही खास रक्षाबंधन का त्यौहार होता है। रक्षा बंधन पर बहने अपने ससुराल से मायके आती हैं अपने भाई की कलाई पर राखी बंधती हैं। पर क्या आपको पता है रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है। और पहली बार अपने भाई की कलाई पर राखी किसने बंधी थी यानी पहला रक्षा बंधन किसने और कब मनाया था। चलिए जानते हैं।
रक्षा बंधन का इतिहास
रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है इसे लेकर कई पौराणिक कथाएं है लेकिन जो सबसे ज्यादा प्रचलित कथा हैं वो है लक्ष्मी जी ने राजा बली को राखी बंधी थी। कहा जाता जाता है स्कंद पुराण के अनुसार हरि विष्णु ने वामन अवतार लिया था हरि विष्णु ब्राह्माण का रूप धारण कर असुरराज राजा बली से भिक्षा मांगने पहुंचे। भिक्षा में राजा बली से विष्णु जी ने तीन पग भूमि मांगी कहा जाता था राजा बली बहुत दानवीर थे.
उन्होंने तुरंत भूमि के लिए हां कह दिया राजा ने जैसे ही हां बोला वैसे ही विष्णु जी ने अपना विशाल रूप धारण किया और दो पग में आकाश प्रथ्वी, पाताल को नाप दिया जब विष्णु जी ने राजा बली से पूछा की मैं अपना तीसरा पग कहां रखूं तो राजा बली ने श्री विष्णु को कहा की मेरे सिर पर इस से खुश होकर राजा बली को भगवान विष्णु ने अमर होने का वरदान दे दिया लेकिन राजा बली ने अमरता के वरदान के साथ एक और वर मांगा उन्होंने कहा,भगवन मैं चाहता हूं की आप 24 घंटे मेरे सामने रहें,राजा बली की भक्ति देखते हुए विष्णु जी ने यह वरदान भी दे दिया। वचन में बंध कर विष्णु भगवान का लक्ष्मी जी के पास अपने धाम जानें में असमर्थ हो गए।
लक्ष्मी जी भी विष्णु जी की चिंता करने लगी तभी नारद जी ने लक्ष्मी जी को एक उपाय दिया विष्णु जी को राजा के वचन से छुड़ाने के लिए। लक्ष्मी जी ने नारद जी के अनुसार राजा बली के पास जाकर उन्हें राखी बंधी राखी बंधकर उन्हें अपना भाई बनाया और उनकी रक्षा करने का प्रण लिया साथ ही उपहार में लक्ष्मी जी ने अपने पति विष्णु जी को राजा से वापस मांग लिया । और अपने साथ ले गई ,कहा जाता हैं,तभी से रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता हैं।