नंदा देवी ग्लेशियर: अलकनंदा से मिलता है धौलीगंगा नदी का जलस्रोत
उत्तराखंड के चमोली ज़िले में स्थित नंदा देवी ग्लेशियर

उत्तराखंड के चमोली ज़िले में स्थित नंदा देवी ग्लेशियर, न केवल बर्फ की चादर है, बल्कि यह धौलीगंगा नदी का स्रोत है—जो आगे चलकर अलकनंदा में मिलती है और अंततः गंगा का स्वरूप लेती है। यह क्षेत्र नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर है, जो जैव विविधता, सांस्कृतिक आस्था और प्राकृतिक सौंदर्य का अनमोल संगम है।
नंदा देवी पर्वत के पास सात ग्लेशियरों का एक समूह है, जिनमें बारतोली, कुरुणटोली, नंदा देवी उत्तर, नंदा देवी दक्षिण, नंदकना, रमणी और त्रिशूल शामिल हैं।
परंतु जलवायु परिवर्तन के चलते यह ग्लेशियर भी तेज़ी से पिघल रहा है। इसकी बर्फ कम होती जा रही है, जिससे धौलीगंगा और उससे जुड़ी समस्त जल प्रणालियों के प्रवाह पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यह बदलाव केवल पर्यावरण नहीं, हमारी संस्कृति, आजीविका और भविष्य को भी प्रभावित करता है।
नंदा देवी शिखर के साये में स्थित रूपकुंड तक प्रत्येक 12 वर्ष में कठिन नंदा देवी राजजात यात्रा श्राद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है।