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Ishwara Mahadev: रहस्यों से भरा है मध्यप्रदेश का यह शिव मंदिर,महादेव की पूजा करने आती है अदृश्य शक्ति…

सावन का पवित्र महीना चल रहा है इस पवित्र महीने में हम आपको एक रहस्यों से भरे शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं.यहां सावन के महीने में भक्तों की बहुत भीड़ रहती है साथ ही मान्यता है, सच्चे दिल से जो भी शिव से मागों मिलता है...

मुरैना।यह दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। यहां कई ऐसे रहस्य हैं जिन्हें सुलझने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन आज तक उन्हें कोई नहीं सुलझा पाया वह आज भी एक पहली की तरह उलझे हुए हैं। उन्हीं में से एक है, मध्य प्रदेश का ईश्वरा महादेव मंदिर,यह मंदिर मुरैना जिले की कैलारस तहसील से लगभग 25 किलोमीटर दूर पहाड़गढ़ गांव के जंगलों में स्थित है। साथ ही, अपने साथ एक गहरे रहस्य को लिए हुए है। जिस रहस्य को सुलझाने की कई कोशिशें की गई लेकिन सब कोशिश नाकाम रही।

यह रहस्यमय ईश्वरा महादेव मंदिर घने जंगलों के बीच में बना हुआ है और कहा है कि इस मंदिर में सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कोई अदृश्य शक्ति ईश्वरा महादेव की पूजा करने आती है। और पूजा कर वापस चली जाती है। इस शक्ति के रहस्य को सुलझाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन आज तक यह रहस्य-रहस्य ही बना हुआ है। इंसान क्या इस अदृश्य शक्ति को आज तक कैमरा भी कैद नहीं कर पाया। पूजा के दौरान कुछ न कुछ ऐसा होता है कि कोई भी उस अदृश्य शक्ति के द्वारा कि गई पूजा नहीं देख पाता।

इस मंदिर में इस अदृश्य शक्ति के अलावा एक और रहस्य है। और वह रहस्य है इस मंदिर के पास लगे बेलपत्र के पेड़ जो अपने आप में एक रहस्य छिपाए हुए हैं।अक्सर आपने देखा होगा कि बेल पत्र के पेड़ की पत्तियां तीन समूह में होती है। लेकिन इस मंदिर के पास जो बेलपत्र के पेड़ है उनकी पत्तियां 5, 7,11 समूह की होती है। यह बात अपने आप में अद्भुत है।

यहां आने वाले लोगों ने यहां एक अद्भुत अनुभव को महसूस किया है। कहा जाता है कि जिन लोगों ने आज तक इस अद्भुत शक्ति के रहस्य को सुलझाने की कोशिश की और ब्रह्मा मुहूर्त में उस अदृश्य शक्ति की पूजा देखने गए, उन लोगों की लाख कोशिशों के बाद भी जब वह शक्ति पूजा करने आती है उस समय जो भी व्यक्ति वहां मौजूद होता है, वो पूजा होने तक गहरी नींद में चला जाता है।और जैसे ही पूजा खत्म होती है उनकी नींद अपने आप खुल जाती है।

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