December 22, 2024

“अ से अक्षर” अभियान : प्रौढ़ शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने नवाचार

"अ से अक्षर" Campaign

“अ से अक्षर” अभियान : मंडला में “अ से अक्षर अभियान एक नवाचार है, जो जिले में प्रौढ़ शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रारंभ किया गया है। 15 वर्ष से अधिक उम्र के औपचारिक शिक्षा के अवसर से चूकने वालों के लिए यह अभियान चलाया गया है। इस अभियान में वित्तीय एवं विधिक साक्षरता भी दी जाएगी। यह अभियान सीखने के माहौल को विकसित करेगा, ताकि वह अपने अधिकारों और कर्तव्यों को जानने और अपने दैनिक जीवन में शैक्षणिक गुणवत्ता विकसित करते हुए सामाजिक जागरुकता में बेहतर पहुंच प्राप्त कर सकें।”अ से अक्षर” अभियान

रणनीति व योजना जिला कलेक्टर सोमेश मिश्रा की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग को ऑनबोर्डिंग कर जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। साथ ही प्रायोगिक क्षेत्र चयन सर्वेक्षण प्रारूप, शिक्षण सामग्री, मॉड्यूल, मोबिलाइजेशन गतिविधियों को विकसित कर अंतिम रूप दिया गया है। जिले के युवा स्वयं सेवकों अक्षर साथी के द्वारा एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से ग्राम पंचायतो एवं वि‌द्यालय स्तर पर “अक्षरकोना” की स्थापना करते हुए असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिये कक्षाएं संचालित किये जाने की योजना है।””अ से अक्षर” अभियान

असाक्षर साथियों को अध्यापन कार्य कराने का समय) कुल 200 घंटे और 04 माह।
सोमवार से शनिवार— शाम 04 बजे से 06 बजे

पाठयक्रम स्थानीय बोली एवं गोंडी भाषा में स्वर व्यंजन, बारह खड़ी, गिनती, संख्या ज्ञान का अनुवाद कराकर असाक्षरों के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया है। ताकि सरलता से सीखने में सक्षम हो सकें।

मॉनिटरिंग व्यवस्था
जिला स्तर पर -AC (ट्रायबल), जिला परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा अधिकारी, डाईट प्राचार्य, सहायक परियोजना समन्वयक सह समन्वयक साक्षरता, एवं विकासखण्ड स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी, बीएसी, एमआरसी जनशिक्षक, विकासखण्ड सह समन्वयक द्वारा अक्षरकोना की मॉनिटरिंग की जायेगी।

“अक्षरकोना” में कक्षाओं का संचालन अक्षरकोना में कक्षाओं का संचालन निःशुल्क रूप से कार्य करने वाले अक्षर साथी, अक्षर दीदी, अक्षर भैया, सेवानिवृत कर्मचारी, भूतपूर्व छात्र-छात्रा, पेसा मोबलाईजर, स्वयंसेवी संस्था के स्वयंसेवक, स्वेच्छा से अध्यापन कराने वाले शिक्षक, समाज सेवियों द्वारा असाक्षर व्यक्तियों को अध्यापन कार्य कराकर साक्षर बनाने का योगदान दिया जायेगा।

परीक्षा का आयोजन फरवरी माह में भारत सरकार द्वारा आयोजित परीक्षा में असाक्षरों को सम्मिलित किया जाएगा। उत्तीर्ण प्रतिभागी को प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा।”अ से अक्षर” अभियान

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