Bhopal: मध्यप्रदेश में इनकम टैक्स विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 3 बड़े बिल्डरों और उनके नजदीकी संबंध रखने वालों के 52 ठिकानों पर छापा मारा है। अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई राजधानी भोपाल में 49 और इंदौर में दो और ग्वालियर में एक जगह पर की गई है। ग्वालियर में रामवीर सिंह सिकरवार के आवास पर कार्रवाई हुई है। वह प्रापर्टी डीलिंग का काम करते हैं। कुछ दिन पहले उनके यहाँ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रेड भी पड़ी थी। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग के अफसरों को लंबे समय से इन पर नजर थी। विभाग ने 52 ठिकानों के लिए 52 टीमें बनाई थीं। यह टीमें 125 गाड़ियों में पहुँची थी। इनकम टैक्स के अधिकारियों की सुरक्षा के लिए पैरा मिलिट्री फोर्स के 500 जवानों को तैनात किया गया था। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक इनोवा कार में मेंडोरी के जंगलों में छापेमारी कर 52 किलो सोना और 9.86 करोड रुपये कैश बरामद किए गए। दो दिन से चल रही आयकर विभाग और लोकायुक्त की संयुक्त रेड के दौरान ये रकम मिली है। इतनी बड़ी मात्रा में कैश और सोना देख अफसर दंग रह गए। इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई में 100 से अधिक पुलिसकर्मियों की टीम शामिल थी। Bhopal
त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा के ठिकानों पर कार्रवाई
भोपाल के त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा के घर और अन्य स्थानों पर छापा डाला गया है। सूत्रों के अनुसार सभी जगह मिलाकर तलाशी में राजेश के 10 लॉकर और तीन करोड़ रुपये नकद मिले हैं। साथ ही ज्वेलरी भी मिली है जिसका मूल्यांकन अधिकारी कर रहे हैं। जिन बिल्डरों के यहां छापा पड़ा है उनमें त्रिशूल के अतिरिक्त, क्वॉलिटी और ईशान बिल्डर शामिल हैं। इसके साथ ही, रूपम सेवानी सहित अन्य कारोबारियों के ठिकानों पर भी विभाग ने कार्रवाई की है। इनके कार्यालयों और आवास पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। कारोबारी कई नौकरशाहों के करीबी माने जाते हैं। बता दें कि छापेमारी भोपाल के सूरजनगर, मेंडोरी और अन्य स्थानों पर की गई है। साथ ही इनसे जुड़े जमीन की खरीदी बिक्री का कारोबार और होटल व्यवसाय के कारोबार में लगे लोगों के यहाँ भी तलाशी अभियान चलाया गया। राजेश शर्मा का क्रेशर का व्यवसाय भी है। साथ ही क्रेशर संचालकों के संगठन का नेतृत्व भी कर चुके हैं। उनका व्यवसाय राजधानी भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में फैला हुआ है, जहाँ वे खदानों के ठेके और क्रेशर संचालन का कार्य करते हैं। इसके अलावा, वे बिल्डर भी हैं, जो उनकी व्यावसायिक गतिविधियों का एक मुख्य हिस्सा है। नीलबड़, एमपी नगर, कस्तूरबा नगर, होशंगाबाद रोड, 10 नंबर मार्केट, मेंडोरी, मेंडोरा, आरपीएम टाउन आदि ठिकानों पर छापेमारी की गई। इंदौर में राजेश शर्मा के फ्लैट व आदित्य गर्ग के यहां तलाशी ली गई है। Bhopal
कई अन्य कारोबारियों के खिलाफ भी हुई कार्रवाई
आयकर विभाग की टीम ने राजेश शर्मा के साथ-साथ विनोद अग्रवाल, दीपक भावसार और रियल एस्टेट कारोबारी विश्वनाथ साहू के परिसरों पर भी छापेमारी की है। ये सभी लोग भूमि और संपत्ति कारोबार से जुड़े हैं। दीपक भावसार को एक पूर्व मंत्री का करीबी भी बताया जा रहा है। इसके अलावा कारोबारियों के यहाँ से बड़ी संख्या में बेनामी रजिस्ट्री और अन्य संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश के एक पूर्व मुख्य सचिव का भी नाम जुड़ रहा है। कारोबारी उनके करीबी हैं। आयकर विभाग को अब तक 25 बैंक लाकर और पाँच करोड़ रुपये नकद भी मिले हैं। एक-दो दिन में मूल्यांकन पूरा होने के बाद अघोषित संपत्ति की सही स्थिति सामने आएगी। बैंक लॉकर में कैश और तलाशी के दौरान मिली ज्वेलरी का मूल्यांकन किया जाना अभी बाकी है। कंस्ट्रक्शन कंपनी पर टैक्स चोरी और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप है। विभाग ने इस संबंध में जाँच तेज कर दी है और संबंधित दस्तावेजों और साक्ष्यों की गहनता से पड़ताल की जा रही है। इस रेड के बाद समूचे मध्यप्रदेश राज्य में हड़कंप मच गया है। Bhopal
विधानसभा में उठाया गया मामला
विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने छापे पर कहा कि मैंने कई प्रश्न और ध्यानाकर्षण लगाए, पर इन पर सुनवाई नहीं हुई। बुधवार के दिन उसी ग्रुप पर छापा पड़ा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाए कि एक पूर्व मुख्य सचिव की बेनामी संपत्ति इन समूहों में लगी हुई हैं। Bhopal