December 22, 2024

Uttar Pradesh: जगतगुरु की पदवी से सम्मानित किन्नर कथा वाचक हिमांगी सखी

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Uttar Pradesh: पांच भाषाओं में भागवत कथा करने वाली देश की पहली किन्नर कथा वाचक हिमांगी सखी को परी अखाड़े ने जगतगुरु की पदवी पर पट्टाभिषेक कर उन्हें सम्मानित किया है। और ऐसी खबर है कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान उन्हें परी अखाड़े की तरफ से शंकराचार्य के पद पर भी आसीन किया जाएगा। हिमांगी सखी ने भी नए वैष्णव किन्नर अखाड़े के गठन का ऐलान किया है। यह नया 15वां अखाड़ा होगा। उन्होंने कहा है कि वह किन्नर अर्धनारीश्वर धाम का शिविर महाकुंभ क्षेत्र में लगाएंगी और श्रीमद् भगवद् गीता की कथा करेंगी। जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ से पहले कई नए अखाड़ों के गठन का सिलसिला शुरू हो गया है। पट्टाभिषेक के बाद उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी अब और ज्यादा बढ़ गई है और वे सनातन का प्रचार—प्रसार और भी ज्यादा सक्रिय होकर करेंगी। प्रयागराज महाकुंभ के बाद वे पूरे देश में यात्राएं करेंगी और सनातन धर्मियों को एकजुट करने का कार्य करेंगी। Uttar Pradesh
हिमांगी सखी ने आगे कहा कि किन्नर अर्धनारीश्वर धाम के अंतर्गत समाज सेवार्थ कई कार्य किए जाएंगे। इसी धाम में आने वाले समय में गुरुकुलम् की भी स्थापना की जाएगी। महाकुंभ के मेंं वेलनेस सेंटर लगाया जाएगा। साथ ही महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के इलाज के लिए अस्पताल की भी व्यवस्था की जाएगी। उनका कहना है कि जो भी नए अखाड़े गठित हो रहे हैं, उन्हें मान्यता मिलनी चाहिए ताकि समाज के कल्याण के लिए अधिक से अधिक कार्य कर सकें। Uttar Pradesh
हिमांगी सखी ने कहा है कि वैष्णव किन्नर अखाड़ा और किन्नर अर्धनारीश्वर धाम मिलकर सनातन धर्म का प्रचार करेंगे एवं आने वाली पीढ़ियों को‌ भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान का पाठ पढ़ाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी ​करेंगे। इसी बीच उन्होंने ये भी कहा कि मैंने पीएम मोदी की जीत के लिए वाराणसी से अपना दावा छोड़ बीजेपी को समर्थन दिया था। इसलिए अब बीजेपी को भी चाहिए कि वो अपना वायदा पूरा करे। किन्नर समाज को भी राजनीति में भागीदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि किन्नर समाज को भी लोकसभा राज्यसभा और विधानसभा में प्रतिनिधित्व मिले ताकि हम लोग भी किन्नर समाज का नेतृत्व कर सकें। Uttar Pradesh
हिमांगी सखी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी ने सराहनीय कार्य किए हैं। उनके नेतृत्व में अयोध्या और काशी का विकास पहले के मुकाबले कहीं अधिक हुआ है। महाकुंभ के आयोजन के पहले प्रयागराज का भी ​बहुत विकास हो रहा है। उन्होंने सी.एम. योगी के बंटोगे तो कटोगे बयान का समर्थन करते हुए कहा कि योगी जी का संदेश यह है कि अगर हम बंट गए तो हमें सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। इस संदेश के तहत अब किन्नर समाज को भी बंटना नहीं है बल्कि एकजुट और एक साथ रहना है। उन्होंने किन्नर समाज से अपील की कि किन्नर समाज एकजुट रहेगा तो कोई ऐसी ताकत नहीं है जो हमें कमजोर कर सकती है। जगतगुरु की उपाधि मिलने के बाद भक्तों ने आरती की और इस मौके पर सबसे पहले परी अखाड़े की प्रमुख साध्वी त्रिकाल भवंता ने उन्हें फूलों की माला और चादर पहनाकर पट्टाभिषेक किया और कहा कि महाकुंभ में उनका अखाड़ा नारी सशक्तिकरण का बड़ा संदेश देने का काम करेगा। महाकुंभ के आयोजन के दौरान देश की तमाम महिला संतो को अलग-अलग पदों पर विभूषित किया जाएगा। उनके मुताबिक सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार और उसकी रक्षा करने में महिला संत बिल्कुल भी पीछे नहीं रहेंगी, बल्कि और भी ज्यादा जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगी। इस कार्यक्रम में भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई इसमें परी अखाड़े समेत तमाम महिला संत अलग-अलग रथों पर सवार होकर गाजे बाजे के साथ भक्तों को दर्शन देने के लिए सड़कों पर निकलीं। Uttar Pradesh

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