Navratri 2025: नवरात्रि के नौ दिन जानें मां देवी के नौ स्वरुपों के बारे में…
नवरात्रि में जाने मां के किन नौ रुपों की पूजा की जाती है और उसके पीछे क्या महत्व है?
भोपाल।देवी माता के नवरात्र शुरु हो चुके है इन दिनों देवी मां के नौ रुपों की पूजा की जाती है। इन 9 दिनों चालिए जानते है कि नवरात्रि के अवसर पर कौन से नौ रुपों की पूजा अर्चना की जाती है और क्यों की जाती है।
पहला दिन मां शैलपुत्री
नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मां शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं और स्थिरता तथा मानसिक शक्ति का प्रतीक मानी जाती हैं।
दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है माना जाता है कि मां ब्रह्मचारिणी जो तप, साधना और आत्मबल की देवी हैं।इनकी पूजा करने से जीवन में शांति रहती है मां हमें जीवन में संयम और समर्पण सिखाती हैं।
तीसरा दिन मां चंद्रघंटा
नवरात्रि का तीसरे दिन आता है देवी चंद्रघंटा की आराधना का इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना की जाती है। इनके माथे पर अर्धचंद्र होता है। यह रूप शत्रुओं का नाश करने के लिए होता है। और यह अद्भुत साहस का प्रतीक मानी जाती हैं।
चौथा दिन मां कूष्मांडा
नवरात्रि के चौथे दिन पूजी जाती हैं कूष्मांडा, जो सृष्टि की रचयिता मानी जाती हैं। इन्हें ऊर्जा और स्वास्थ्य की देवी माना जाता है।
पांचवा दिन मां स्कंदमाता
पांचवे दिन माँ स्कंदमाता की पूजा की जाती है, जो भगवान कार्तिकेय की माता हैं। यह रूप वात्सल्य और करुणा का प्रतीक है।
छटवां दिन मां कात्यायनी
छठे दिन होती है कात्यायनी देवी की पूजा। यह रूप विशेष रूप से कन्याओं के विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करता है।
सातवां दिन मां कालरात्रि
सातवें दिन आता है देवी कालरात्रि का विकराल लेकिन कल्याणकारी रूप।यह माता रानी का अद्भुत रुप होता है मां का यह रुप नकारात्मक शक्तियों का नाश करती हैं।
आठवां दिन मां महागौरी
आठवें दिन पूजी जाती हैं महागौरी, जो शांति, शुद्धता और मोक्ष का प्रतीक हैं। अष्टमी को कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है।
नौवां दिन मां सिद्धिदात्री
नवरात्रि का अंतिम दिन यानी नौवां दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है ये देवी सभी सिद्धियों और सफलता को प्रदान करने वाली मानी जाती हैं।



