कोतवाली में दिया लिखित आवेदन
Tikamgarh News : टीकमगढ़ सराय मोहल्ला निवासी सुशीला तिवारी ने अपनी बहू रागिनी दुबे पर मारपीट व प्रताड़ना के आरोप लगाते हुए कोतवाली में आवेदन दिया है। जिसमे कहा गया कि बहू ने अपने परिजनों के साथ आकर मारपीट की साथ ही दूसरी बहू के नवजात बच्चे को भी नही छोड़ा गया। जब उक्त आरोपो के संबन्ध में मीडिया द्वारा दूसरे पक्ष से बात की गई तो पहले तो उन्होंने भी अपना पक्ष रखने की बात कहकर मीडिया को घर आने के लिए कहा लेकिन जब मीडिया बताए स्थान पर पहुंची तो दूसरे पक्ष ने अपनी बात रखने में आनाकानी करते हुए कोतवाली जाने की बात कही है।
कोतवाली में दिए आवेदन के अनुसार पीड़ित पक्ष से सुशीला पत्नि उमाशंकर तिवारी ने बताया कि 12 अगस्त सोमवार को दोपहर 2 बजे के लगभग ओरछा थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल रागिनी तिवारी अपनी माँ एवं चाचा दीप्पू दुबे, बहिन अनामिका दुबे, आशू दुबे, भाई किट्टू दुबे एवं जीजा सुनील तिवारी के साथ एक मत व एक राय होकर आये और सुशीला के घर के अंदर घुसकर अभद्रता करने लगे। जब पीड़ित सुशीला ने अभद्रता करने से मना किया तो सुशीला की बहू रोहिनी तिवारी को धक्का देकर जमीन पर पटक दिया जिससे रोहिणी का नवजात शिशु जमीन पर गिर गया। और लात घूसों से मारपीट कर दी।Tikamgarh News
दूसरी बहू की डिलेवरी 4 दिन पहले ही हुई है।
रोहिणी की डिलेवरी 4 दिन पहले ही 8 अगस्त को हुयी थी। थी। जब रोहिणी को बचाने का प्रयास किया गया तब रागिनी तिवारी ने साथ आये अपने सभी परिजनों के साथ मिलकर सुशीला की बहू, पुत्र के साथ मारपीट कर दी। और किट्टू दुबे जो कि पुलिस में है, इनके द्वारा जान से मारने की धमकी दी गयी और कहा गया कि अगर रिपोर्ट की तो तुझे झूठे केसों में फसवा दूंगा, मेरी पुलिस में बहुत चलती है। सुशीला ने आवेदन में बताया कि इसके पूर्व भी रागिनी दुबे द्वारा पुलिस से साठगांठ कर सुशीला के परिजनों पर झूठा मामला पंजीबद्ध करवाया था, जिसके संबंध में पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत भी की गई थी।पीड़ित सुशीला तिवारी ने पुलिस से न्याय की मांग की है। Tikamgarh News