Trimbakeshwar Temple : भगवान महादेव की महिमा हर ओर है। उनके एक से बढ़कर एक प्राचीन मंदिर देश भर में मौजूद हैं। प्रत्येक की अपनी महिमा एवं मान्यता है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर भारत के महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबक में स्थित एक प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर है। यहां हम आपको मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं। Trimbakeshwar Temple
समर्पण: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं।
महत्व: त्र्यंबकेश्वर मंदिर को बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है, जो पवित्र मंदिर हैं जो भगवान शिव की उज्ज्वल ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
वास्तुकला: मंदिर वास्तुकला की नागर शैली में बनाया गया है और इसमें एक विशिष्ट अर्धगोलाकार गुंबद (शिखर) है जो एक वर्गाकार आधार से उठता है। Trimbakeshwar Temple
कुशावर्त: यह मंदिर गोदावरी नदी के स्रोत के पास स्थित है, जिसे कुशावर्त के नाम से जाना जाता है, जिसे पवित्र माना जाता है।
किंवदंती: किंवदंती के अनुसार, मंदिर का निर्माण पांडवों (महाभारत के नायकों) द्वारा किया गया था और बाद में 18 वीं शताब्दी में मराठा राजा, पेशवा नाना साहेब द्वारा इसका जीर्णोद्धार किया गया था। Trimbakeshwar Temple
अनूठी विशेषता: मंदिर की एक अनूठी विशेषता है – एक लिंग (भगवान शिव का प्रतीक) जो तीन अन्य लिंगों से घिरा हुआ है, जो भगवान शिव के तीन पहलुओं – ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। Trimbakeshwar Temple
त्योहार: मंदिर में महा शिवरात्रि सहित विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं, जो हजारों भक्तों को आकर्षित करते हैं।
यह मंदिर दर्शन (पूजा) के लिए सुबह 5:30 बजे से रात 9:00 बजे तक खुला रहता है। नासिक शहर से लगभग 28 किमी दूर स्थित है। Trimbakeshwar Temple