MP News : काल गणना का अद्भुत शहर “उज्जैन”
प्राचीन काल से अब तक महत्वपूर्ण"बाबा महाकाल की नगरी" "विक्रमादित्य वैदिक घड़ी एप"विक्रमादित्य की यशगाथा

MP News : हाल ही में सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने उज्जैन में “विक्रमादित्य वैदिक घड़ी एप” का लोकार्पण 30 मार्च को किया जा रहा है। यह अपने आप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। आज हम आपको उज्जैन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं।
उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक प्राचीन शहर है। यह शहर लगभग 3000 वर्ष पूर्व से अस्तित्व में है और इसका उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता है, जिनमें महाभारत, पुराण और वेद भी शामिल हैं।उज्जैन का प्राचीन नाम अवंतिका था, जो अवंति राज्य की राजधानी थी। यह शहर अपने समय में एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र था। यह विक्रमादित्य के यश कौशल का बखान करता है। उज्जैन भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली रहा है। वहीं इसे माता पृथ्वी का नाभिस्थल माना जाता है। प्राचीन काल में इसे खगोलिय गणना के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था। यह वजह है कि इसे काल गणना का शहर भी कहा जाता है।
महाकाल, उज्जैन में स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है, जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां एकमात्र दक्षिणमुखी शिवलिंग स्थित है।
महाकाल की पूजा और महत्व
महाकाल मंदिर में भगवान शिव की पूजा की जाती है, जिन्हें उज्जैन के लोगों का रक्षक माना जाता है। इस मंदिर में प्रतिदिन दिन के प्रहर के अनुसार महाकाल बाबा की आरती एवं श्रंगार किया जाता है। जिनमें भस्म आरती, महाकाल आरती और रुद्राभिषेक भी शामिल हैं।
महाकाल मंदिर का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल भी है। यह मंदिर उज्जैन की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और यहाँ के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।MP News
